चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वर्ल्ड कप मैच में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। आधी कंगारू टीम 30 ओवर के अंदर ही पवेलियन लौट गई। तेज गेंदबाज हों या स्पिनर शानदार लाइन लेंथ के साथ गेंदबाजी की। किसी भी गेंदबाज ने फिजूल के रन नहीं दिए। इसका नतीजा था कि ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बना।इस दौरान रविंद्र जडेजा ने सबसे ज्यादा विकेट लिए। उन्होंने 3 बड़े विकेट झटके। इसके अलावा जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव का 1-1 विकेट मिला।
भारतीय गेंदबाजों की अनुशासन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 30 ओवर तक गेंदबाजों ने एक्स्ट्रा के एक भी रन नहीं दिए। यानी एक भी नोबॉल या वाइड नहीं किए। 30 ओवर के बाद ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 5 विकेट पर 119 रन था। एक्स्ट्राज कॉ कॉलम देखें तो लेग बाय से 1 रन आया। बाय, वाइड और नो बॉल एक भी नहीं हुई थी।
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भारत की ओर पहली वाइड गेंद 31 वें ओवर में हुई
भारत की ओर पहली वाइड गेंद 31 वें ओवर में हुई। जसप्रीत बुमराह ने इस ओवर में 2 वाइड गेंद की। भारत को पहली सफलता बुमरान ने 3 ओवर में मिचेल मार्श को डक पर पवेलियन भेजकर दिलाई थी। इसके बाद डेविड वॉर्नर 41 और स्टीव स्मिथ 46 के बीच दूसरे विकेट के लिए 69 रन की साझेदारी हुई। कुलदीप यादव ने वॉर्नर को पवेलियन भेजकर 17वें ओवर में यह साझेदारी तोड़ी।
रविंद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के दिए 3 झटके
इसके बाद स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन के बीच 27 के बीच तीसरे विकेट के लिए 36 रन की साझेदारी हुई। स्मिथ को रविंद्र जडेजा ने आउट करके ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका दिया। जडेजा ने अपने अगले ही ओवर में मार्नस लाबुशेन को 27 रन पर पवेलियन भेजा। इसके दो गेंद बाद ही उन्होंने एलेक्स कैरी को बगैर खाता खोले पवेलियन भेजा।