विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में हारने के बावजूद भारत की सायना नेहवाल गुरुवार को जारी हुई विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में फिर से विश्व की नंबर एक महिला खिलाड़ी बन गई।
सायना को गत रविवार को जकार्ता में विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन के हाथों लगातार गेमों में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन दिलचस्प है कि सायना हारने के बावजूद विजेता खिलाड़ी को पछाड़ फिर से शीर्ष पर पहुंच गई है।
पहली बार विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल कर इतिहास रचने वाली देश की स्टार खिलाड़ी सायना 82792 रेटिंग अंक हासिल कर रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंच गई जबकि लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियन का खिताब जीतने वाली मारिन इस जीत के बावजूद अपने 80612 अंकों को ही बरकरार रख पाई हैं।
मारिन को गत चैंपियन होने के कारण एक भी अंक का फायदा नहीं हुआ है। गत वर्ष क्वार्टरफाइनल में हारने वाली सायना को इस वर्ष फाइनल में पहुंचने से 3600 अंकों का फायदा मिला है जिससे उनके अंकों की संख्या 82792 पहुंच गई।
सायना इस वर्ष दो अप्रैल को पहली बार विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनी थी और उसके बाद वह नंबर एक पर कुल पांच सप्ताह रही थीं। उनसे नंबर एक का स्थान 28 मई को छीना था। वह चार जून को तीसरे स्थान पर खिसकी थी लेकिन 11 जून से नंबर दो पर चली आ रही थी। हालांकि दो बार की कांस्य पदक विजेता और चैंपियनशिप में क्वार्टरफाइनल तक पहुंची सिंधू (45690)को एक स्थान का नुकसान उठाना पड़ा है और वह विश्व की 14वीं रैंक खिलाड़ी बन गई हैं।
महिला एकल रैंकिंग में चीनी ताइपे की ताई जू यिंग 70020 अंकों के साथ एक स्थान उठकर तीसरे स्थान पर जबकि विश्व चैंपियनशिप में भारत की पीवी सिंधू के हाथों उलटफेर का शिकार हुई ओलंपिक पदक विजेता चीन की ली जुईरूई एक स्थान के नुकसान के साथ 69887 अंकों के साथ चौथे स्थान पर खिसक गई है। थाईलैंड की इंतानोन रत्चानोक 69687 अंकों के साथ अपने पांचवें स्थान पर बरकरार हैं।
पुरुषों में भारत के किदाम्बी श्रीकांत को टूर्नामेंट से हारकर जल्दी बाहर हो जाने पर एक स्थान का नुकसान हुआ है और वह अब पुरुष एकल रैंकिंग में चौथे स्थान पर खिसक गए हैं जबकि राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता परूपल्ली कश्यप को दो स्थान का फायदा हुआ है और वह आठवीं रैंक पर पहुंच गए हैं। एच एस प्रणय अपने 12वें स्थान पर बरकरार हैं।
इस बीच जकार्ता में क्वार्टरफाइनल तक पहुंची ज्वाला गट्टा और अश्विनी पोनप्पा की विशेषज्ञ युगल जोड़ी अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 10वीं रैंक पर पहुंच गई है। इस वर्ष कनाडा ओपन और यूएस ओपन जीत चुकी तथा 2011 की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता जोड़ी टूर्नामेंट में 12वीं रैंक जोड़ी के रूप में उतरी थी और अब वह दो स्थान उठकर 10वें नंबर पर पहुंच गई हैं।
हालांकि मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी को पुरुष युगल रैंकिंग में पांच स्थानों का बड़ा नुकसान हुआ है और भारतीय जोड़ी खिसककर 22वें नंबर पर पहुंच गई है जबकि मिश्रित युगल में शीर्ष 25 में कोई भारतीय जोड़ी नहीं