वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स में भारतीय टीम ने खराब शुरुआत के बावजूद खिताब जीता। भारत की इस जीत में पठान भाइयों का अहम रोल रहा। दोनों ने टूर्नामेंट में अपने ऑलराउंड खेल से सभी का दिल जीता और टूर्नामेंट भी जिता दिया। इन दोनों ने इसके साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ एक अहम रिकॉर्ड भी कायम रखा। यूसुफ पठान ने सात मैचों में 55.25 के औसत से 221 रन बनाए।
इरफान और यूसुफ ने खेली शानदार पारी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में दोनों भाइयों ने धमाकेदार प्रदर्शन किया। युवराज सिंह के साथ-साथ इन दोंनो ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। यूसुफ पठान ने इस मैच में 23 गेंदों में 51 रन बनाए वहीं इरफान ने 19 गेंदों में 50 रन की पारी खेली। दोनों ने 200 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और टीम के स्कोर 250 के पार पहुंचाया। इरफान ने इस मैच में एक विकेट भी लिया।
भारत के लिए जीते मैच
इससे पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में भी दोनों भाइयों ने अच्छी साझेदारी की थी। यूसुफ पठान ने 44 गेंदों में 54 रन बनाए। वहीं इरफान ने 21 गेंदों में 35 रन बनाए। यूसुफ पठान ने लीग राउंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 48 गेंदों में 78 रन बनाए।
यूसुफ पठान और इरफान पठान के टीम में रहते हुए भारत पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मैच नहीं हारा है। साल 2007 में जब पहली बार टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ तो फाइनल में भारत का सामना पाकिस्तान से हुआ था। भारत की टीम में दोनों भाई शामिल थे। यूसुफ पठान को इसी मैच में डेब्यू का मौका मिला था।
यूसुफ-इरफान ने पहले भी जिताया है भारत को फाइनल
फाइनल मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 157 रन बनाए थे। यूसुफ पठान ने 15 और इरफान पठान ने तीन रन बनाए थे। इसके बाद गेंदबाजी करते हुए इरफान ने पाकिस्तान की हालत खराब दी। उन्होंने चार ओवर के स्पैल में 16 रन देकर तीन विकेट झटके। भारत की जीत में इन तीन विकेट की अहम भूमिका रही। इरफान को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।