सिंगापुर के लोह कियन यू (Loh Kean Yew) ने रविवार यानी 19 दिसंबर 2021 की रात 130 करोड़ भारतीयों का सपना तोड़ दिया। कियन ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में मेन्स सिंगल्स के फाइनल में भारत के नंबर वन शटलर किदांबी श्रीकांत को 21-15, 22-20 से सीधे गेमों में हरा दिया।
वहीं, वुमन्स सिंगल्स के फाइनल में दूसरी वरीय अकाने यामागुची ने दुनिया की नंबर एक और शीर्ष वरीय ताइ जु यिंग पर 39 मिनट में 21-14 21-11 से शानदार जीत दर्ज की। दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी यामागुची इस तरह इतिहास में बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में वुमन्स सिंगल्स का खिताब जीतने वाली जापान की दूसरी खिलाड़ी बन गईं।
थाइलैंड की देचापोल पुवारानुक्रो और सपसिरी ताएराटानाचाई की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने महिला युगल के फाइनल में जापान की तीसरी वरीय युटा वाटानबे और अरिसा हिगाशिनो की जोड़ी को 21-13 21-14 से सीधे गेम में शिकस्त दी। थाइलैंड के खिलाड़ियों का इतिहास में यह दूसरा खिताब है। पहला खिताब महिला एकल खिलाड़ी रतचानोक इंतानोन ने 2013 ग्ंवाग्झू चरण में जीता था।
किदांबी श्रीकांत का बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में शानदार सफर रविवार को यहां सिंगापुर के लोह कीन यू से पुरुष एकल के फाइनल में सीधे गेम में हारने के बाद रजत पदक के साथ समाप्त हुआ। श्रीकांत 43 मिनट तक मुकाबले को 15-21, 20-22 से हार गए। विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत पहले गेम में 9-3 से आगे थे लेकिन सिंगापुर के उनके प्रतिद्वंद्वी ने अच्छी वापसी की।
श्रीकांत ने पहला गेम सिर्फ 16 मिनट में गंवा दिया। श्रीकांत ने दूसरे गेम में बेहतर संघर्ष किया लेकिन लोह कीन यू ने दमदार प्रदर्शन किया और विजेता बनकर उभरे। सिंगापुर के इस 24 साल के खिलाड़ी ने पुरुष एकल स्पर्धा में इससे पहले दुनिया के नंबर एक और मौजूदा ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन को हराकर चौंका दिया था। श्रीकांत ने शनिवार को हमवतन लक्ष्य सेन पर जीत के बाद चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा था।