इंचियोन। भारतीय महिला हॉकी टीम एशियाई खेलों में सोमवार को ग्रुप ए में थाईलैंड के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी तो उसका इरादा खुद को पदक की दौड़ में शामिल करने का होगा।

भारत के ग्रुप में तीन बार की गत चैंपियन चीन, मलेशिया और थाईलैंड जैसी टीमें हैं। भारत का पहला लक्ष्य सेमीफाइनल में पहुंचना होगा जिसके लिए उसे कम से कम मलेशिया और थाइलैंड को हराना होगा। भारतीय डिफेंस की जिम्मेदारी उपकप्तान दीपिका पर होगी जबकि मिडफील्ड कप्तान रितु रानी संभालेंगी। फारवर्ड रानी, पूनम रानी, वंदना कटारिया और नवजोत कौर विरोधी खेमे में सेंध मारकर गोल के मौके बनाने की कोशिश करेंगी।

थाईलैंड भले ही बड़ी टीम ना हो लेकिन भारतीयों को टूर्नामेंट का अच्छा आगाज करने के लिए धमाकेदार जीत दर्ज करनी होगी। भारत ने चार साल पहले ग्वांग्झू एशियाई खेलों में उसे 13-0 से हराया था।

मुख्य कोच नील हागुड ने कहा कि सभी खिलाड़ी जीत के साथ आगाज करने को बेताब हैं। उन्होंने कहा, ‘सभी खिलाड़ी जीत के साथ आगाज करना चाहते हैं। हमें यहां आए सात दिन हो गए हैं और अब मैदान पर उतरने को सभी बेताब हैं। हमारी तैयारी अच्छी है और उम्मीद है कि थाईलैंड पर अच्छी जीत दर्ज कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य विरोधी पर दबाव बनाना और लगातार गोल करते रहना है।’

कप्तान रितु रानी ने भी जीत के साथ शुरुआत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘हम काफी रोमांचित और आत्मविश्वास से ओतप्रोत हैं। हम जीतेंगे और बाकी मैचों में भी उस फार्म को बरकरार रखेंगे। हमें फाइनल में खेलने का यकीन है और यही हमारा लक्ष्य है। उम्मीद है कि ड्रैग फ्लिकर जसप्रीत कौर विरोधी पर दबाव बनाने में सूत्रधार की भूमिका निभाएंगी।’

भारत का सामना 24 सितंबर को चीन से होगा। इसके बाद 26 सितंबर को उसे मलेशिया से खेलना है।