मासिक धर्म में पेट दर्द और पैर की चोट के कारण चीन की स्टार टेनिस खिलाड़ी किनवेन झेंग का फ्रेंच ओपन का अभियान अप्रत्याशित रूप से समाप्त हो गया। मासिक धर्म के कारण उन्होंने दूसरे सेट में मेडिकल टाइमआउट भी लिया था। इसके बावजूद उन्हें दुनिया की नंबर एक पोलैंड की इगा स्वियातेक के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही चीनी स्टार का फ्रेंच ओपन चैंपियन बनने का सपना टूट गया।
19 साल की किनवेन झेंग से सभी को चौंकाने वाली जीत का इंतजार था, क्योंकि उन्होंने पहला सेट 7-6 से अपने नाम कर लिया था। इगा स्वियातेक ने पिछले एक महीने में पहली बार कोई सेट गंवाया था। झेंग मेडिकल टाइमआउट के कोर्ट पर तो उतरीं, लेकिन वह चुस्ती-फुर्ती नहीं दिखा पाईं। इसका उन्हें इगा स्वियातेक के खिलाफ 6-7, 6-0 और 6-2 से हार का सामना करना पड़ा। अब तक चीन की सिर्फ एक महिला खिलाड़ी ही फ्रेंच ओपन का खिताब जीत पाईं हैं। चीन की ली ना ने 2011 के फाइनल में इटली की फ्रांसिस्का शिवावोन को 6-4, 7-6(7-0) से हराकर फ्रेंच ओपन का खिताब जीता था।
सीएनएन के अनुसार, शुरुआती सेट के दौरान उन्हें कोई दर्द नहीं हुआ था, लेकिन लेकिन चोटिल दाहिने पैर को स्ट्रैप करने के लिए उन्होंने मेडिकल टाइम आउट लिया। उस समय वह 0-3 से पीछे थीं। दुनिया की 74वें नंबर की टेनिस खिलाड़ी झेंग ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘हां, पैर बहुत टाइट हो गया था, लेकिन पेट के मुकाबला इसका दर्द सहनीय था…. मैं अपना खेल नहीं सकती थी, मेरा पेट बहुत दर्द कर रहा था।’
झेंग ने मासिक धर्म के दर्द का जिक्र करते हुए कहा, ‘आप जानते हैं… यह सिर्फ लड़कियों की ही चीजें हैं। पहला दिन हमेशा बहुत कठिन होता है और फिर मुझे खेलना भी होता है। पहले दिन मुझे हमेशा बहुत दर्द होता है। मैं अपने स्वभाव के खिलाफ नहीं जा सकती थी।’ उन्होंने कहा, ‘काश मैं कोर्ट में पुरुष बन सकती, लेकिन मैं उस पल नहीं कर सकती… मैं वास्तव में चाहती हूं कि मैं पुरुष बन सकूं ताकि मुझे इसकी पीड़ा न झेलनी पड़ी।’
यह कहते हुए कि उन्हें स्वियातेक के खिलाफ खेलने में मजा आया, झेंग ने कहा, ‘अगर मुझे पेट दर्द नहीं होता तो मुझे लगता है कि मैं और अधिक आनंद ले सकती थी। जैसे कि बेहतर दौड़ना और कठिन हिट करना, कोर्ट पर अधिक प्रयास कर सकती थी। यह अफसोस की बात है कि मैं वह वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाई जैसा मैं आज करना चाहती थी। मैं बस इतना ही चाहती हूं कि अगली बार जब मैं स्वियातेक के खिलाफ खेलूं, तो मैं परफेक्ट शेप में होऊं।’
केरल आयुर्वेद लिमिटेड की डॉ. अर्चना सुकुमारन के अनुसार, माहवारी में दर्द या ऐंठन को चिकित्सकीय भाषा में डिसमैनरिया के रूप में जाना जाता है, जो मासिक धर्म के पहले दो दिनों के दौरान चरम पर होता है। यह मतली, उल्टी, पीठ दर्द, अपच, और अनिद्रा से जुड़ा हो सकता है।
मासिक धर्म में ऐंठन को रोकने के लिए, डॉ. अर्चना सुकुमारन ने निम्नलिखित सुझाव दिए।
- अपनी नींद से समझौता न करें।
- बेहतर राहत के लिए हीटिंग पैड का इस्तेमाल करें।
- खूब सारा पानी पीएं।
- सोडियम का सेवन कम करें।
- कैफीन का ज्यादा सेवन करने से बचें।
- गर्म, अच्छी तरह से पका हुआ भोजन करें।
- भोजन की लालसा पर नियंत्रण रखें।
- वहां सुगंधित उत्पादों का इस्तेमाल करने से बचें।
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने भी पीरियड्स के दौरान महिलाओं के लिए डाइटरी टिप्स शेयर किए थे। उन पर एक नजर डालिए।
- अपने पीरियड्स से एक हफ्ते पहले, दिन की शुरुआत भीगे हुए किशमिश और केसर से करें।
- अपने भोजन में हर दूसरे दिन फलियां (अंकुरित और पकी हुई) शामिल करें।
- सप्ताह में कम से कम दो बार कंद वाली सब्जियां जैसे सूरन, शकरकंद आदि खाएं।
- हर रात सोने से पहले कैल्शियम सप्लीमेंट (कैल्शियम साइट्रेट) लें।