आरिफ खान ने चार साल की उम्र में पहली बार जम्मू-कश्मीर के एक छोटे से पहाड़ी गांव में स्कीइंग की थी। उनका वह कदम उस कठिन यात्रा की शुरुआत थी, जिसका समापन 4 फरवरी को बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक शुरू होने के साथ हुआ। आरिफ शीतकालीन ओलंपिक खेलों के एक सीजन में दो स्पर्धाओं के लिए क्वालिफाई करने वाले पहले भारतीय हैं।
आरिफ ने यह उपलब्धि हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने भारतीय सैनिकों के साथ ट्रेनिंग की। यही नहीं, उन्होंने शीतकालीन ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए अपनी शादी तक टाल दी। स्कीयर आरिफ खान ने शुक्रवार यानी 4 फरवरी 2022 को बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के दौरान छोटे से चार सदस्यीय भारतीय दल की अगुआई की।
आरिफ को स्कीइंग विरासत में मिली है। उनके पिता मोहम्मद यासीन खान गुलमर्ग में एक स्की शॉप और टूर कंपनी चलाते हैं। उनका छोटा बेटा मेराजुदीन राष्ट्रीय स्तर के स्नोबोर्डर हैं। आरिफ खान ने महज 12 साल की उम्र में राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। तब वह पहली बार उस टूर्नामेंट में उतरे थे।
गुलमर्ग में कई सैन्य और सीमा रक्षक इकाइयां स्थायी रूप से तैनात हैं और कश्मीर के मुख्य शहर श्रीनगर से सड़क पर कई चौकियां हैं। इसका सबसे ऊंचा गोंडोला माउंट अफरवाट पर 3,950 मीटर (13,000 फीट) तक पहुंचता है, जो भारतीय सेना के एलीट हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल का घर है।
आरिफ खान कभी-कभी वहां के सैनिकों के साथ भी ट्रेनिंग करते हैं। उन्होंने बीजिंग के लिए क्वालिफाई करने के क्रम में पर्याप्त रैंकिंग अंक हासिल करने के लिए अपनी शादी टाल दी थी। आखिरकार नवंबर 2021 में स्लालोम स्पर्धा के लिए क्वालिफाई और पहली बार ओलंपिक कोटा हासिल किया।
हालांकि, आरिफ ज्यादातर यूरोप में कम्पीट करते हैं और ट्रेनिंग लेते हैं। वह चार विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पिछले साल इटली में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में रहा था, तब वह 45वें स्थान पर रहे थे।
आरिफ खान बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले इकलौते भारतीय हैं। 31 साल के स्कीयर आरिफ खाान ने स्लालोम और जायंट स्लालोम स्पर्धा के लिए क्वालिफाई किया है। भारत ने इन खेलों में एक कोच, एक तकनीशियन और एक टीम मैनेजर समेत 6 सदस्यीय दल भेजा है। आरिफ से पहले शीतकालीन ओलंपिक खेलों में भारत के कुल 15 एथलीट्स ने ही हिस्सा लिया है।