भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव करते हुए फैसला किया है कि अंडर-19 और अंडर-16 खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलने के लिए कम से कम एक प्रथम श्रेणी मैच खेलना होगा। रविवार (28 सितंबर) को बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक (AGM) के दौरान इस फैसले को अंतिम रूप दिया गया। इसे आईपीएल 2026 सीजन से पहले लागू किया जाएगा।
अब सवाल यह है कि क्या 14 साल 23 दिन की उम्र में राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए डेब्यू करने वाले वैभव सूर्यवंशी अगले आईपीएल सीजन में नहीं खेल पाएंगे? वैभव खेलते दिखेंगे। वह आईपीएल खेलने से पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुके थे। उन्होंने जनवरी 2024 में मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में डेब्यू किया था। वह 5 फर्स्ट क्लास मैच खेल चुके हैं।
बीसीसीआई ने क्यों उठाया कदम
बीसीसीआई के इस कदम को घरेलू क्रिकेट ढांचे को मजबूत करने के लिए व्यापक प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। यह सुनिश्चित करने का प्रयास है कि उभरते हुए क्रिकेटर फ्रेंचाइजी टी-20 क्रिकेट की चकाचौंध वाली दुनिया में प्रवेश करने से पहले लंबे प्रारूप में अपने कौशल को निखार सकें।
लाल गेंद वाला सिस्टम मजबूत होगा
नए नियम से रणजी ट्रॉफी और राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में भागीदारी को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इससे भारत का लाल गेंद वाला सिस्टम मजबूत होगा। साथ ही खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार किया जा सकेगा। हालांकि इससे किशोर क्रिकेटरों की संख्या सीमित हो सकती है, लेकिन उम्मीद है कि इसके परिणामस्वरूप बेहतर तैयार होकर एथलीट पेशेवर लीग में प्रवेश करेंगे।