नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की वापसी से उत्साहित भारतीय क्रिकेट टीम बुधवार से गाबा की जीवंत पिच पर शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट के जरिये ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की सीरीज में वापसी के इरादे से उतरेगी।

धोनी की गैर मौजूदगी में विराट कोहली ने भारत की कप्तानी की और पहले टेस्ट में उसे जीत के करीब ले गए। ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि पांचवें और आखिरी दिन भारत को 48 रन से हराकर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली। अंगूठे की चोट से उबरकर धौनी अब दूसरे टेस्ट के लिये टीम में लौटे हैं और उनकी वापसी युवा ब्रिगेड के लिये प्रेरणा का काम करेगी।

भारतीय टीम के किसी भी सदस्य ने इस मैदान पर टेस्ट नहीं खेला है। ऑस्ट्रेलिया का गढ़ माने जाने वाले गाबा पर सिर्फ एक बार 1988-89 में विरोधी टीम को टेस्ट जीत नसीब हुई है। भारत ने आखिरी टेस्ट 2003-04 में खेला था जिसमें सौरव गांगुली ने 144 रन बनाये थे। धौनी को अब उसी तरह का प्रदर्शन करके अपनी टीम की मोर्चे से अगुवाई करनी होगी।

उनके लिये सबसे पहली चुनौती टीम संयोजन दुरुस्त करने की होगी। धौनी की वापसी के मायने हैं कि रिद्धिमान साहा अब इस सीरीज में नहीं खेल पायेंगे। रविंद्र जडेजा भी चोटिल हैं और भुवनेश्वर कुमार चोट के कारण बाहर हो ही चुके हैं। उनकी जगह धवल कुलकर्णी लेंगे। भारत ने विदेश में पिछले छह में से चारन टेस्ट में पांच गेंदबाजों के साथ उतरने की रणनीति अपनाई है। गाबा की हरी भरी पिच तेज गेंदबाजों को रास आयेगी लेकिन उन्हें अनुशासित प्रदर्शन करना होगा। आर.अश्विन ने मैच से पहले काफी नेट अभ्यास किया है लिहाजा ऐसे संकेत हैं कि वह दूसरा टेस्ट खेल सकते हैं। भारत पांच गेंदबाजों के साथ उतरता है तो रोहित शर्मा को बाहर रहना पड़ सकता है।

धौनी के लिये यह उनकी कप्तानी का टेस्ट होगा चूंकि विदेश में उनका टेस्ट रिकॉर्ड खराब रहा है। विदेशी सरजमीं पर नौ टेस्ट में से उन्होंने पांच गंवाये, तीन ड्रॉ खेले और बस एक जीता। भारत को लगातार तीन टेस्ट सीरीज में पराजय झेलनी पड़ी।

एडीलेड टेस्ट में भी भारत हारा लेकिन कोहली ने बेहद आक्रामक कप्तानी की और आखिरी विकेट तक टीम को मैच में बनाये रखा। उन्होंने दो शतक भी जमाये और धौनी उम्मीद करेंगे कि वह इस लय को कायम रखें। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय और मध्यक्रम में आये चेतेश्वर पुजारा ने भी रन बनाये लेकिन शिखर धवन का खराब फॉर्म चिंता का सबब है।

भारत ने अभी तक अंतिम एकादश का ऐलान नहीं किया है जबकि ऑस्ट्रेलिया ने आज टीम की घोषणा कर दी। नये टेस्ट कप्तान स्टीवन स्मिथ ने बायें हाथ के दो तेज गेंदबाजों मिशेल स्टार्क और जोश हेज़लवुड को जगह दी है।

रियान हैरिस पूरी तरह से फिट नहीं है जबकि पीटर सिडल को बाहर किया गया है। माइकल क्लार्क की जगह शॉन मार्श ने ली है और स्मिथ चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे। ऑस्ट्रेलिया के 45वें टेस्ट कप्तान स्मिथ को पहले ही कदम पर बड़ी चुनौती मिल सकती है। भारत वापसी की कोशिश करेगा चूंकि एक अनुभवहीन कप्तान के हाथ में मेजबान टीम की कमान है। बहुत कुछ स्मिथ के अपने फॉर्म पर भी निर्भर करेगा। क्लार्क ने भारत के खिलाफ अपनी धरती पर नौ टेस्ट में 76.92 की औसत से रन बनाये हैं। स्मिथ ने एडीलेड टेस्ट में शतक जमाया लिहाजा वह इस लय को कायम रखना चाहेंगे।

रनों के लिये वह डेविड वॉर्नर पर भी निर्भर करेंगे जिन्होंने पहले टेस्ट में दोनों पारियों में शतक जमाया। इसके अलावा शेन वॉटसन और क्रिस रोजर्स से भी अच्छी पारियों की उम्मीद होगी।