कर्नाटक प्रीमियर लीग (KPL) के 2018 सीजन में मैच फिक्सिंग करने के आरोप में सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने एक विकेटकीपर और एक बॉलिंग (गेंदबाजी) कोच को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान एम विश्वनाथन और वीनू प्रसाद के तौर पर हुई। वीनू प्रसाद KPL की बेंगलुरु ब्लास्ट्रर्स का गेंदबाजी कोच है, जबकि एम विश्वनाथन हुबली टाइगर्स में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेलता है। इस मामले की जानकारी देते हुए बेंगलुरु के जॉइंट कमिश्नर (क्राइम) संदीप पाटिल ने बताया कि जांच अभी जारी है। पुलिस का दावा है कि दोनों अब तक सट्टेबाजों से लाखों रुपए ले चुके हैं।

सीसीबी ने सट्टेबाजी के इस दूसरे रैकेट का खुलासा किया है। इससे पहले उसने सितंबर में कर्नाटक प्रीमियर लीग की टीम बेलगावी पैंथर्स के मालिक अली अशफाक थारा समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए लोगों पर आरोप था कि उनके दुबई के सट्टेबाजों से भी संबंध हैं।

पाटिल ने बताया, ‘इस मामले की जांच के दौारन हमें जानकारी मिली थी कि इस तरह का एक सट्टेबाजी रैकेट चल रहा है। इसके बाद हमने बेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद और हुबली टाइगर्स के बल्लेबाज विश्वनाथन को गिरफ्तार किया। इस मामले में कुछ और सट्टेबाज शामिल हैं, जिनकी जल्द ही गिरफ्तारी होगी।’ मैच फिक्सिंग में वीनू प्रसाद की भूमिका रही। इसके बारे में पाटिल ने पर्याप्त जानकारी नहीं दी।

33 साल के वीनू ने ऑफ स्पिनर के तौर पर अपना करियर शुरू किया था। उसने 2008 में कर्नाटक के लिए फर्स्ट क्लास मैच भी खेले। वहीं, 39 साल के विश्वनाथन पिछले 2 दशकों से क्लब स्तर के मैचों में खेलता रहा है। दोनों पर 2018 में बेंगलुरु ब्लास्टर्स और बेलगावी पैंथर्स के बीच हुए मैच में सट्टेबाजी करने का आरोप है। पुलिस की मानें तो विश्वनाथन ने अपने स्तर से घटिया खेल खेलने के लिए सट्टेबाजों से 5 लाख रुपए लिए थे। सीसीबी ने दावा किया कि उस मैच में धीमी गति से रन बनाए। हालांकि, आधिकारिक स्कोर बोर्ड से पता चलता है कि वह एक मैच में 26 गेंदों पर 46 रन ठोक चुका था, जिसे बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने 67 रन से जीत लिया था।