भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने सोमवार 22 सितंबर 2025 को पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता अमन सहरावत को विश्व चैंपियनशिप में स्वीकार्य वजन सीमा पर खरा नहीं उतर पाने को लेकर सोमवार को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया। अमन पुरुषों की फ्रीस्टाइल कुश्ती 57 किलोग्राम स्पर्धा में पदक के प्रबल दावेदारों में से एक थे, लेकिन प्रतियोगिता के दिन उनका वजन स्वीकार्य सीमा से 1.7 किलोग्राम अधिक निकला, जिसके कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।

4-4 कोचों के बावजूद क्यों हुआ ऐसा?

डब्ल्यूएफआई ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि जगरेब में चार कोच मौजूद थे, लेकिन वे वजन प्रबंधन पर नजर नहीं रख पाए और इसके मद्देनजर उन्हें भी ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया गया। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के एक पदाधिकारी ने बताया, ‘यह स्वीकार्य नहीं है। हमें इसके पीछे के कारणों का पता लगाना होगा। दो महीने से भी कम समय में हमारे दो अच्छे पहलवानों को अयोग्य घोषित कर दिया गया। हमें इसकी जांच करनी होगी, इसलिए हमने अमन को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया है।’

कोचों की भी जिम्मेदारी थी: डब्ल्यूएफआई

डब्ल्यूएफआई के पदाधिकारी ने बताया कि मुख्य कोच जगमंदर सिंह, विनोद, वीरेंद्र और नरेंद्र को भी स्पष्टीकरण देना होगा। उन्होंने बताया कि अमन और चारों कोच से 27 सितंबर तक जवाब देने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया, ‘वहां 10 पहलवान और चार कोच थे। उन्हें इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए था। वे प्रतियोगिता से 15 दिन पहले वहां थे। यह उनकी भी जिम्मेदारी थी, इसलिए उन्हें भी स्पष्टीकरण देना होगा।’

क्या कहता है UWW का नियम?

साल 2023 में जारी यूडब्ल्यूडब्ल्यू नियमों के अनुसार, विश्व कप, यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए दो किग्रा तक अधिक वजन तक की मंजूरी है। हालांकि, विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक जैसे टूर्नामेंटों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। पेरिस ओलंपिक 2024 में स्वीकार्य वजन सीमा पर खरा नहीं उतर पाने के कारण ही विनेश फोगाट स्वर्ण पदक मुकाबले (महिला 50 किग्रा वर्ग) में हिस्सा नहीं ले पाईं थीं। तब विनेश फोगाट का वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक था।

पहले विनेश फोगाट अब अमन सहरावत

विनेश फोगट के पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित होने के बाद, किसी स्टार भारतीय खिलाड़ी (अमन सहरावत) के ज्यादा वजन का यह पहला मामला है। हालांकि, एक महीने से भी कम समय में विश्व चैंपियनशिप में किसी भारतीय के साथ यह अयोग्यता की दूसरी घटना है। अगस्त 2025 में बुल्गारिया के समोकोव में अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप से नेहा सांगवान (महिला 59 किग्रा) को स्वीकार्य सीमा से 600 ग्राम अधिक वजन होने के कारण बाहर कर दिया गया था। इसके बाद डब्ल्यूएफआई ने नेहा सांगवान को दो साल के लिए निलंबित कर दिया था।

WFI ने किया वजन छूट प्रणाली का फैसला

डब्ल्यूएफआई ने प्रायोगिक तौर पर चयन ट्रायल के दौरान वजन छूट प्रणाली को हटाने का भी फैसला किया है। आमतौर पर सभी प्रतियोगियों को 2 किलोग्राम वजन छूट दी जाती है। उन्होंने बताया, ‘कुछ कोचों ने हमें सलाह दी है कि हमें यह प्रथा बंद कर देनी चाहिए। यह एक आदत बन जाती है और पहलवानों को प्रतियोगिता के दौरान संघर्ष करना पड़ता है।’

U-23 विश्व चैंपियनशिप ट्रायल में लागू रहेगा नियम

उन्होंने बताया, ‘इसी को ध्यान में रखते हुए हमने फैसला किया है कि 4 और 5 अक्टूबर को लखनऊ में होने वाले आगामी अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप ट्रायल के लिए सभी पहलवानों को सही वजन बताना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘हम प्रयोग कर रहे हैं, देखते हैं क्या परिणाम मिलते हैं। विश्व अंडर-23 चैंपियनशिप 20 से 26 अक्टूबर तक सर्बिया के नोवी साद में आयोजित की जाएगी।’