भारतीय क्रिकेट टीम के नए स्पीड स्टार मयंक यादव ने ग्वालियर में बांग्लादेश के खिलाफ अपने इंटरनेशनल टी20 क्रिकेट करियर का आगाज किया। इस मैच में उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन उनकी एक भी गेंद 150 की स्पीड को पार नहीं कर पाई। इस मैच के बाद खुद मयंक ने भी कहा था कि वो अपनी स्पीड की बजाए अपनी लाइन व लेंथ पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे। वहीं मयंक इस मैच में 150 की स्पीड की रफ्तार से आगे क्यों नहीं जा पाए इसके बारे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने बताया।

मयंक ने क्यों 150 की स्पीड से नहीं की गेंदबाजी

आकाश चोपड़ा का मानना है कि युवा तेज गेंदबाज मयंक यादव 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे नहीं बढ़ना चाहते थे क्योंकि वह चोट से उबरकर वापसी कर रहे थे। आईपीएल 2024 सीजन के दौरान अपनी तेज रफ्तार से प्रभावित करने वाले मयंक पिछले 4 महीनों से चोट के कारण बाहर थे और इस दौरान उन्होंने कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट भी नहीं खेला। दिल्ली के इस तेज गेंदबाज को इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए सीधे भारतीय टीम में शामिल कर लिया गया।

IND vs BAN: मेडन ओवर से डेब्यू, 149.9 KM प्रति घंटे की रफ्तार की गेंद; मयंक यादव का यादगार रहा इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण

मयंक ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत शानदार अंदाज में की और उनका पहला ओवर मेडन रहा था। इसके बाद वे एक विकेट लेने में सफल रहे और अपने 4 ओवरों में 21 रन देकर 1 विकेट लिया जिससे भारत आराम से मैच जीत गया। हालांकि हर कोई इस तेज गेंदबाज को लगातार 150 से ऊपर की गति से गेंदबाजी करते हुए देखना चाहता था, लेकिन उन्होंने खुद पर ज्यादा जोर नहीं डालने का फैसला किया था और उनकी सबसे तेज गेंद 149 के करीब रही।

अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए, चोपड़ा ने कहा कि मयंक क्रिकेट में वापसी करने पर अपने शरीर पर ध्यान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मयंक यादव ने अपना पहला ओवर मेडन फेंका – मयंक ‘गतिमान’ यादव। उन्होंने चार महीने से क्रिकेट नहीं खेला था। वे चोट के बाद वापस आ रहे थे अपने पहले इंटरनेशनल मैच में वो थोड़े नर्वस भी थे। हालांकि उन्होंने अच्छी शुरुआत की और सीधी लाइन में गेंदबाजी करने की कोशिश की। वह 150-160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने की कोशिश नहीं कर रहे थे, क्योंकि उनका ध्यान शरीर पर ज्यादा था। इसमें कोई शक नहीं है कि इस गेंदबाज के पास काफी गति है। उन्हें पूरी तरह से लय में आने में थोड़ा समय लगेगा और मुझे उम्मीद है कि टीम इंडिया उन्हें मौका देगी।