क्रिकेट में वैसे तो हर मुकाबले का अपना महत्व होता है लेकिन जब बात वर्ल्डकप की हो तो शायद ये अपना एक अलग स्थान बना लेता है। हर खिलाड़ी का सपना इस सीरीज का हिस्सा बनना होता है। वो चाहता है कि वो अपने प्रदर्शन के दम पर अपने देश को विश्वविजेता का खिताब दिलाए। इस सपने को लिए वो दिनरात कड़ी मेहनत करता है। 4 साल में एक बार आने वाले इस महामुकाबले का बिगुल एक बार फिर बज गया है। इंग्लैंड की धरती पर 30 मई से इसका आगाज होने जा रहा है। भारतीय क्रिकेट टीम ने भी इसको लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं और 15 सदस्यीय टीम का एलान भी कर दिया है। यूं तो हर सीरीज के अपने कुछ किस्से होते हैं लेकिन वर्ल्ड कप की कहानियां कुछ रोचक और प्रेरक दोनों होती हैं जो किसी खिलाड़ी के जज्बे और हौसले को बयां करती हैं। ऐसी ही एक स्टोरी है क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की जिसका जिक्र उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माय वे’ में किया है।
अपनी बल्लेबाजी और रिकॉर्ड्स के दमपर सचिन तेंदुलकर ने पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया है, उनकी कहानियां सुनकर न जाने कितने ही बच्चों ने क्रिकेट को अपना करियर बनाया है। सचिन के संघर्षों और बल्लेबाजी की कई कहानियां लोगों के जुबान पर होती हैं लेकिन ये वाकया 2003 वर्ल्ड कप का है जिसमें भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची थी और सचिन तेंदुलकर ने इस पूरी सीरीज में कमाल की फॉर्म में थे। लेकिन उनके साथ घटा ये वाकया शादद कम ही लोगों को पता होगा कि इस महासमर के एक मुकाबले में मास्टर ब्लास्टर को अपनी अंडरवियर में टिश्यू पेपर लगाकर मैदान में बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा था।
श्रीलंका के खिलाफ था मैचः सचिन ने इस किताब में लिखा कि ये वाकया दरअसल सुपर-6 चरण का था जब भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ मैच खेल रही थी। उस दौरान सचिन का पेट खराब था लेकिन उन्हें बल्लेबाजी करने के लिए मैदान में जाना था ऐसे में उन्होंने अपनी अंडरवियर में टिश्यू पेपर लगाया और मैदान में उतर गए। कमाल बात तो ये है कि जोहान्सबर्ग में खेले गए इस मैच में सचिन ने 97 रनों की पारी खेली थी। वहीं, टीम इंडिया ने इस मैच में 183 रनों से मैच जीता भी।
ऐसे हुआ पेट खराबः इस किताब में तेंदुलकर ने लिखा कि मुझे डिहाईड्रेशन की समस्या हो रही थी। मेरे पेट में मरोड़ उठ रहे थे, मैंने एनर्जी ड्रिंक में एक चम्मच नमक डाल लिया था, मुझे लगा था कि इससे मैं जल्दी बेहतर हो जाऊंगा लेकि हुआ उल्टा और इसी वजह से मेरा पेट खराब हो गया। गौरतलब हो कि इस वर्ल्ड कप में भारत भले ही फाइनल मुकाबला हार गया हो लेकिन सचिन ने जिस अंदाज में बल्लेबाजी की थी वो आज भी लोगों के जेहन में हैं।