अपनी अगुआई में टीम इंडिया को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कपिल देव आज यानी 6 जनवरी 2020 को अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। कपिल देव की गिनती सर्वकालिक महान ऑलराउंडरों में की जाती है। वे जब तक पिच पर रहते थे फैंस को भारतीय टीम के जीतने की उम्मीद बनी रहती थी। हालांकि, एक समय ऐसा भी आया था, जब वे अंधविश्वास का शिकार हो गए थे और उन्हें अपना ही विकेट बचाना भारी पड़ता दिख रहा था।
कहना गलत न होगा कि अंधविश्वास के चलते आप किस कदर मुसीबतों का सामना कर सकते हैं। इसका शानदार उदाहरण आपको कपिल देव के साथ हुए उस वाकये से मिल जाएगा। इस किस्से को खुद कपिल देव ने ही लोगों के बीच साझा किया और ये तक सलाह दे डाली कि खिलाड़ी किसी भी अंधविश्वास में ना पड़ें।
बतौर कपिल, ‘जब मैं करियर की शुरुआत में क्रिकेट खेलता था तो लेफ्ट पैड को पहले पहनता और राइट फुट को पहले ग्राउंड पर रखता। इसके पीछे मेरी मान्यता थी कि जिंदगी में सीधे काम करो। कपिल इसी तरह के अंधविश्वास के चलते एक बार काफी मुसीबत में फंस गए थे।’
कपिल बताते हैं कि ‘खिलाड़ी अक्सर कुछ हद तक डरे रहते हैं और इसी के चलते वह वह अपने गले में भगवान शिव की एक पतली चेन पहनते थे। एक मैच में मैंने शॉट खेला और चेन बल्ले से टच कर गई, जिससे आवाज आई। इसी के साथ गेंदबाज ने कॉट बिहाइंड की अपील कर डाली। भाग्य से अंपायर ने यह सब देख लिया था और मुझे आउट नहीं दिया। मैंने इस फैसले से राहत की सांस ली मगर उसी शाम मैंने गले से चेन और हाथ से कड़ा उतार लिया और तय किया कि अब खुद पर ही विश्वास करूंगा।’
उन्होंने बताया, ‘मेरी अंतरआत्मा ने कहा कि चेन मेरे लिए रन नहीं बनाएगी। अगर ईश्वर हैं तो वहां हैं। अगर आप ओलंपिक में टॉप स्वीमर्स को देखेंगे तो वह अपने शरीर के सारे बालों को शेव कर लेते हैं ताकि तेजी से तैराकी कर सकें। वहीं क्रिकेट में हम कई चीजों को पहनते हैं, जिससे और ज्यादा भारी हो जाते हैं। आज जब मैं कुछ खिलाड़ियों को देखता हूं तो वो अक्सर बॉल कराने के बाद अपनी चेन को ठीक करते हैं।’
VIDEO: जब कपिल देव ने टेस्ट क्रिकेट में फेंका पहला ओवर…

