भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और खिलाड़ी कपिल देव का नाम दुनिया के दिग्गज क्रिकेटर्स में शुमार है। उन्होंने अपने वक्त में टीम इंडिया के लिए कई विकेट चटकाए थे तो वहीं अपने बल्ले से भी टीम के लिए सैंकड़ों रन बनाए थे। कपिल देव का नाम भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंडर्स में भी शामिल है। कपिल की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने पहली बार 1983 में वर्ल्डकप जीता था। टेस्ट और वनडे क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर कई रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले कपिल देव ने भारत के लिए बहुत सी चर्चित पारियां खेली थीं। इन चर्चित पारियों में 1990 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेली गई टेस्ट पारी भी शामिल थी। इस मैच में भारत को फॉलो-ऑन से बचने के लिए 24 रन चाहिए थे और कपिल देव ने नाबाद 77 रनों की बेहद रोमांचक पारी खेलते हुए टीम इंडिया को फॉलो-ऑन से बचाया था।
आज से ठीक 28 साल पहले यानी 1990 में भारतीय क्रिकेट टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड के दौरे पर थी। दोनों क्रिकेट टीमों के बीच पहला मैच 26 जुलाई से 31 जुलाई के बीच खेला जाना था। इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 653 रन बनाए थे, जब भारतीय टीम अपनी पहली पारी खेलने मैदान में उतरी तब इंडियन बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। भारत के 9 विकेट 429 के स्कोर पर ही गिर गए। अब भारत के पास केवल एक विकेट बाकी था और टीम इंडिया को फॉलो-ऑन बचाने के लिए 24 रन चाहिए थे।
#OnThisDay in 1990, at Lord’s India req 24 runs to save the follow on, Kapil was on crease with last wicket in hand. What Kapil did
Hemmings to Kapil SIX
Hemmings to Kapil SIX
Hemmings to Kapil SIX
Hemmings to Kapil SIXEach of the 4 sixes were hit straight over bowler’s head pic.twitter.com/MxzdkHLaG3
— Vikram Kapoor (@VikramKapur) August 3, 2018
कपिल देव क्रीज पर मौजूद थे। सारा दारोमदार उन्हीं के कंधे पर था। उस वक्त कपिल देव ने आक्रामक पारी खेलते हुए चार गेंदों में लगातार चार छक्के जड़े और टीम इंडिया को फॉलो-ऑन से किसी तरह बचा लिया। उसके बाद भारत का आखिरी विकेट भी गिर गया, लेकिन कपिल देव तब तक भारत को मुश्किल से बाहर निकालने में कामयाब हो चुके थे। इस पारी में भारत ने 10 विकेट के नुकसान पर 454 रन बनाए थे। बहरहाल, इस मैच को अंत में इंग्लैंड ने 247 रनों से जीत लिया था, लेकिन कपिल देव ने नाबाद रहते हुए पहली पारी में 75 गेंदों में 77 रन बनाए थे, जिसके कारण यह पारी उनकी यादगार पारियों में शुमार हो गई।