भारत ने महिला विश्व कप-2017 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हरा फाइनल में दूसरी बार जगह बना ली है। ये वही कंगारू टीम थी, जिसने 2005 में भारत को फाइनल में शिकस्त दी थी लेकिन हरमनप्रीत कौर की नाबाद 171 रन की धुआंधार पारी की बदौलत टीम इंडिया ने अबकी बार ऑस्ट्रेलिया से हिसाब चुकता किया। ऑस्ट्रेलिया, जोकि 6 बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर चुका है। वो ऐसी टीम से हार गया, जिसे इस टूर्नामेंट से पहले काफी हल्के में लिया जा रहा था। मगर कप्तान मिताली राज के बुलंद हौसले और टीम के जबरदस्त स्पोर्ट की बदौलत आज भारत फाइनल तक पहुंच गया।

न्यूजीलैंड के लिंकन मैदान पर खेले गए इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट के नुकसान पर 215 रन का स्कोर खड़ा किया। यूं तो जीत के लिए टीम इंडिया के सामने ये कोई बड़ा टारगेट नहीं था मगर बड़ी टीम के समक्ष भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और आलम ये रहा कि वह 46 ओवर में महज 117 रन पर ही सिमट गया।

इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच को 98 से जीत वर्ल्ड कप पर कब्जा करने के साथ भारत की उम्मीद को नेस्तनाबूत कर दिया था। ये वो टीस थी, जिसने भारत को 12 सालों तक दर्द दी। मगर आखिरकार टीम इंडिया के पास 20 जुलाई को फिर से मौका आया और उसने अबकी बार कोई कसर नहीं छोड़ी।

बता दें कि हरमनप्रीत कौर ने 151 गेंदों में 20 चौकों और 7 छक्कों की मदद से नाबाद 171 की बेहतरीन पारी खेली, जिसके दम पर दिए गए 282 रनों के लक्ष्य के दबाव का भारतीय गेंदबाजों ने भरपूर फायदा उठाते हुए मौजूदा विजेता ऑस्ट्रेलिया को महिला विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में 36 रनों से हरा फाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत ने हरमनप्रीत की तूफानी पारी के दम पर निर्धारित 42 ओवरों के मैच में चार विकेट खोकर 281 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मजबूत लक्ष्य के सामने 40.1ओवरों में सभी विकेट खोकर 245 रन ही बना सकी।

टीम इंडिया का सामना 23 जुलाई को इंग्लैंड से होगा। इंग्लैंड वही टीम है, जिसे भारत ने रॉबिन लीग मुकाबले में शिकस्त दी थी। अब देखना होगा कि क्या वही कारनामा भारत फिर से दोहरा कर पहली बार विश्व विजेता बन सकेगा।