जब किसी खिलाड़ी की प्रतिभा का सुरूर अपने पूरे सबाब पर होता है तो करोड़ों प्रशंसकों के दिलों में उसके लिए एक अलग इज्जत होती है, वो लोगों पर अपना ऐसा जादू डालता है कि हर देश के लोग उसके दीवाने नजर आते हैं। क्रिकेट जगत में भी कुछ ऐसे ही नामचीन उदाहरण हैं जिनकी दीवानगी दुनिया के कोने-कोने में देखने को मिलती है। ऐसे ही एक खिलाड़ी का नाम है ग्लेन मैक्सवेल जिन्होंने दूसरे टी-20 मुकाबले में अपनी तूफानी शतक के दम पर भारत के हाथों से जीत के साथ सीरीज भी छीन ली। बिग मैन शो के नाम से मशहूर यह खिलाड़ी जब भी मैदान में उतरता है तो तूफान आ जाता है। हालांकि मैक्सवेल सिर्फ गेंदबाजों के सामने तूफान नहीं लाते हैं उनके जिंदगी के कई ऐसे किस्से हैं जिन्हें जानकर आप कहेंगे कि सच में ये खिलाड़ी कितना तूफानी है। आइए आपको बताते हैं ऐसे ही एक किस्से के बारे में जिसमें ग्लेन मैक्सवेल की बाल-बाल जान बची थी।
पार्टी में शराब पीकर बेसुध से हो गए थे मैक्सवेलः फील्ड में जब गेंद को लपकना हो या फिर किसी गेंद को सीमारेखा के बाहर भेजना हो तो मैक्सवेल के अंदर चीते सी फूर्ती देखने को मिलती है, लेकिन 2017 में आईपीएल के रोमांच के दौरान कप्तान मैक्सवेल शराब के नशे में इतने धुत थे वो गुजरात की सड़कों पर बेसुध से नजर आए थे।
हुआ था कुछ यूंः मुंबई मिरर में छपी खबरों की मानें तो गुजरात और पंजाब के बीच राजकोट में एक मुकाबला होना था, जिसके पहले गुजरात टीम के मालिक ने अपनी टीम को एक रिजॉट में पार्टी दी थी। रिजॉट पंजाब की टीम के होटल से कुछ ही दूरी पर था। ऐसे में इस पार्टी में शरीक होने के लिए मैक्सवेल बिना किसी को सूचित किए ही होटल से साइकिल पर सवार होकर निकल गए थे। वहां से लौटते वक्त वो इस कदर नशे में धुत थे कि उनसे अपनी साइकिल संभाली नहीं जा रही थी, और थोड़ी देर बाद वो सड़क पर गिर पड़े।
एक राहगीर ने बचाई जानः लोकप्रियता कभी-कभी आपका संबल भी बन जाती है। ऐसा ही कुछ हुआ उस दिन मैक्सवेल के साथ भी, जब वो सड़क पर बेसुध होकर गिरे तो एक राहगीर ने उन्हें पहचान लिया और होटल तक उन्हें पहुंचाने में भी मदद की। इसके बाद होटल मैनेजर और सुरक्षाकर्मी हरकत में आए थे। हालांकि वो राहगीर ही उस दिन मैक्सवेल के लिए ‘जीवनदान’ बनकर आया था नहीं तो बेसुध मैक्सवेल बेलगाम गाड़ियों की चपेट में भी आ सकते थे।
खबरों की मानें तो बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इस मामले को मीडिया से बचाने की भी कोशिश की थी, वहीं आगे से मैक्सवेल को सलाह दी गई थी कि वो इस कदर बिना किसी को बताए कहीं न जाया करें।