आत्माराम भाटी
पेरिस की लाल बजरी के मैदान पर खेले जाने वाले साल के दूसरे टेनिस ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन का आगाज 22 मई से होने जा रहा है। 1891 में पहले ग्रैंड स्लैम के साथ शुरुआत करने वाले इस टूर्नामेंट का इस बार 126वां संस्करण होगा। एक बार फिर से यह चर्चा चल चुकी है कि 20 ग्रैंड स्लैम जीत चुके सर्बिया के नोवाक जोकोविच या अन्य कोई खिलाड़ी लाल बजरी के बादशाह और 13 बार इस खिताब को जीतकर सबसे ज्यादा 21 ग्रैंड स्लैम जीतने की ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम कर चुके स्पेन के राफेल नडाल को इस बार भी खिताब जीतने से रोक पाएंगे।
अगर एक दशक यानी 2012 से 2021 तक फ्रेंच ओपन जीतने वाले खिलाड़ियों पर निगाह दौड़ाएं तो राफेल नडाल 10 में से 7 बार यह खिताब जीत चुके हैं। जबकि नोवाक जोकोविच केवल दो बार 2016 में एंडी मरे व 2021 में स्टेफनोस सितसिपास को को हराकर जीत पाए हैं।
फ्रेंच ओपन में नडाल 2005 में पहला खिताब जीतने के बाद से 2021 तक खेले गए 17 खिताबी मुकाबलों में से 13 जीत चुके हैं। जो यह बताता है कि रोलां गेरोस की लाल मिट्टी पर नडाल को परास्त करना आसान नहीं है। नडाल ने जोकोविच को तीन बार 2012, 2014 व 2020 के खिताबी मुकाबले में पछाड़ा है, जबकि नडाल को जोकोविच पिछले साल 2021 के सेमी फाइनल मुकाबले में ही मात देने में कामयाब रहे हैं।
लाल बजरी पर टेनिस के कई दिग्गज एक बार भी जीत नहीं पाए। इन खिलाड़ियों में पीट सम्प्रास, जान मैकनरो, स्टीफन एडनबर्ग, बोरिस बेकर व महिला खिलाड़ियों में मार्टिना हिंगिस, वीनस विलियम्स व डेवनपोर्ट जैसे नाम हैं। रोजर फेडरर भी केवल एक बार 2009 में यहां खिताबी जीत दर्ज कर पाए।
इसलिए एक बार फिर से लाल बजरी पर नडाल के आधिपत्य को देखते हुए जोकोविच के लिए खिताबी राह आसान नहीं रहने वाली। दूसरा यह भी कि जोकोविच कोरोना की खुराक नहीं लगवाने की अपनी जिद्द को लेकर इस साल के पहले ग्रैंड स्लैम आस्ट्रेलियाई ओपन सहित कई टूर्नामेंटों में भाग नहीं ले पाए। उसका असर कहीं न कहीं उनके ग्रैंड स्लैम जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेल व मानसिक स्थिति पर जरूर प्रभाव डालेगा।
इस बार 20 ग्रैंड स्लैम जीत चुके रोजर फेडरर इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले रहे हैं इसलिए खिताबी राह में नडाल के लिए मुख्य प्रतिद्वंद्वी नोवाक जोकोविच ही हैं। लेकिन जोकोविच के साथ ही अन्य जो खिलाड़ी खिताबी दावेदारी में मजबूती से उतरेंगे, उनमें तटस्थ खिलाड़ी के रूप में उतरने वाले नंबर दो खिलाड़ी रूस के मेदवेदेव जो इस साल के पहले ग्रैंड स्लैम आस्ट्रेलियाई ओपन में नडाल से हार उप विजेता रहे।
तीसरी वरीयता के एलेक्जेंडर ज्वेरेव, गत उपविजेता व पांचवीं वरीयता ग्रीस के सितपितास, 2015 व 2017 के उपविजेता स्टेन वावरिंका, 2018 व 2019 के उपविजेता डोमिनिक थियम, एंडी मरे व डेविड फेरर अपनी ओर से खिताबी सफर में नडाल ही नहीं जोकोविच के लिए भी बाधा बनने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। 2022 का लाल मिट्टी पर बादशाह कौन बनेगा यह 5 जून को होने वाले खिताबी मुकाबले में सामने आ जाएगा।
फ्रेंच ओपन में पुरुष वर्ग में विजेता के रूप में मुख्य दावेदार हमारे सामने हैं। लेकिन महिला खिताब किसके सिर पर सजेगा इसके लिए सेरेना की अनुपस्थिति में कोई बड़ा निश्चित दावेदार नहीं है। खिताब की दावेदारी में जिन खिलाड़ियों के नाम हम देख सकते हैं, उनमें नंबर एक इगा स्वितेक, पाओला बाडोसा, बारबोरा, मारिया सक्कारी, सिमोना हालेप, गरबाइन मुरुगुजा, केरोलिना प्लिसकोवा, नाओमी ओसका और पेत्रा किव्तोवा हैं जिनमें से कोई भी विजेता के रूप में हमारे सामने हो सकती है।