आर्यन जुयाल ने नाबाद 150 रन बनाकर सुमित घडिगांवकर की बेहतरीन पारी पर पानी फेर दिया। उत्तर प्रदेश ने बुधवार (31 दिसंबर) को बारिश से प्रभावित विजय हजारे ट्रॉफी मैच में वी जयदेवन पद्धति (VJD Method) से असम को 58 रनों से हराकर ग्रुप बी में शीर्ष पर अपनी जगह बनाए रखी। बल्लेबाजी करने का फैसला करने के बाद असम के कप्तान घडिगांवकर ने 86 गेंदों में शानदार 101 रन बनाए। उनके अलावा सिबशंकर रॉय ने 83 गेंदों में 82 रन बनाए। जीशान अंसारी (3/60) और विपराज निगम (4/66) ने रनों पर ब्रेक लगाया और असम 48.4 ओवर में 308 रन पर ऑल आउट हो गई।
मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए जुयाल ने एंकर की भूमिका निभाई और 140 गेंदों में 15 चौकों और तीन छक्कों की मदद से शानदार 150 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने पिछले तीन मैचों में से दो में 80 और 134 रन बनाए हैं। वह फिलहाल विकेटकीपिंग नहीं कर रहे हैं क्योंकि ध्रुव जुरेल यह भूमिका निभा रहे हैं। जुयाल को प्रियम गर्ग का अच्छा साथ मिला, जिन्होंने पांच चौकों की मदद से 53 गेंदों में 52 रन बनाए। कप्तान रिंकू सिंह (15 गेंदों में 37 रन) ने कुछ बेहतरनी शॉट लगाए। बारिश के कारण खेल रुका तो उत्तर प्रदेश का स्कोर 42 ओवर में दो विकेट पर 291 रन था।
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क्या है वी जयदेवन पद्धति
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बारिश से प्रभावित मैचों में परिणाम या लक्ष्य निर्धारित करने के लिए डकवर्थ लुईस नियम का इस्तेमाल होता है, लेकिन भारत के घरेलू क्रिकेट में वी जयदेवन पद्धति (VJD Method) का इस्तेमाल होता है। वीजेडी पद्धति को केरल के इंजीनियर वी. जयदेवन ने बनाया था। इसे पहली बार सितंबर 2007 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मंजूरी दी थी।
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कैसे काम करती है वी जयदेवन पद्धति
वीजेडी पद्धति में ओवरों की संख्या, गिरे हुए विकेटों की संख्या और मैच रुकने के समय रन रेट को ध्यान में रखता है। यह दूसरी बैटिंग करने वाली टीम के पास उपलब्ध संशाधन जैसे बचे हुए ओवरों की संख्या और बचे विकेट को भी ध्यान में रखता है। डकवर्थ लुईस पद्धति की तुलना में वीजेडी पद्धति का एक फायदा यह है कि यह कम जटिल है और समझने में आसान है।
