रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Wrestling Federation of India) ने खेल मंत्रालय के निलंबन के फैसले को कोर्ट में चुनौती देने के मामले में U टर्न लिया है। भारतीय कुश्ती महासंघ ने मंगलवार 16 जनवरी 2024 को तय किया कि वह निलंबन हटवाने के लिए खेल मंत्रालय से बातचीत करेगा। साथ ही कहा कि फिलहाल वह सरकार से टकराव नहीं चाहता, लेकिन बातचीत नाकाम रहने पर कानूनी विकल्पों पर विचार किया जाएगा।
WFI ने पहले कहा था कि निलंबन हटवाने के लिए वह कानून की शरण लेगा, लेकिन कार्यकारी परिषद (Executive Council या EC) की बैठक में उसने विचार बदल दिया। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने की। बैठक में 12 अन्य चयनित सदस्यों ने हिस्सा लिया। हालांकि, महासचिव प्रेम चंद लोचब और वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंदर कादियान ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया।
हम टकराव नहीं चाहते: संजय सिंह
संजय सिंह ने बैठक के बाद पीटीआई से कहा, ‘हम सरकार से टकराव नहीं चाहते। हम अदालत का दरवाजा नहीं खटखटा रहे। हम मंत्रालय से समय मांगेंगे और सरकार से बात करने की कोशिश करेंगे।’ सरकार से समय नहीं मिलने पर के सवाल पर संजय सिंह ने कहा, ‘पहले कोशिश तो कर लें। हम जानना चाहते हैं कि निलंबन हटवाने के लिए क्या करना होगा। यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने निलंबन के समय कुछ शर्ते रखी थीं। निलंबन का कारण चुनाव नहीं कराना था। सरकार ने हमें निलंबित किया लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह निलंबन कैसे हटेगा।’
संजय सिंह ने बताया कि प्रदेश संघों ने कहा है कि पुणे में भारतीय कुश्ती संघ की ओर से राष्ट्रीय चैंपियनशिप कराये जाने पर वे टीमें भेजेंगे और जयपुर में नहीं भेजेंगे जहां तदर्थ समिति टूर्नामेंट कराना चाहती है। माना जा रहा है कि प्रदेश संघों की ओर से लिए गए ट्रायल के जरिये चुने गए कई पहलवानों ने पुणे की टिकट बुक करा ली है जहां 29 से 31 जनवरी तक डब्ल्यूएफआई राष्ट्रीय चैंपियनशिप कराने जा रहा है। तदर्थ समिति ने तीन फरवरी से जयपुर और उसके बाद जूनियर वर्ग की चैंपियनशिप ग्वालियर में कराने की घोषणा की है।
खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर 2023 को किया था WFI को निलंबित
खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर 2023 को भारतीय कुश्ती महासंघ को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया था। खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी पर उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने की बात कही थी। मंत्रालय ने कहा था कि नई कार्यकारिणी ‘पूरी तरह से पूर्व पदाधिकारियों के नियंत्रण’ में काम कर रही थी जो राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुरूप नहीं है।
भाषा इनपुट के साथ