तीन सदस्यों वाली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) को भारतीय क्रिकेट टीम का अगला कोच चुनना है। पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण सीएसी के सदस्य हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ये तीनों पूर्व क्रिकेटर कोच चुनने का फैसला “विराट कोहली से मिलने” के बाद करेंगे। विराट से मिलने के बाद ही सीएसी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अगले कोच के नाम पर अपना सुझाव भेजेगा। हालांकि साल 2016 में जब पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले टीम के कोच चुने गए थे तो सीएसी को फैसला लेने से पहले  “विराट कोहली से मिलने” की जरूरत नहीं पड़ी थी। इस साल की तरह पिछले साल भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालिक मैनेजर रवि शास्त्री भी कोच पद की दौड़ में थे जो कोहली की पसंद थे।

कोच के चयन के लिए सोमवार (10 जुलाई) को बीसीसीआई के मुंबई मुख्यालय में छह घंटे तक साक्षात्कार हुए। इसमें आखिरी पांच उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। इन उम्मीदवारों में पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, रवि शास्त्री, लालचंद राजपूत इत्यादि शामिल थे। इंटरव्यू के बाद सीएसी ने कहा कि नाम की घोषणा करने की उसे कोई “जल्दी” नहीं है।  सीएसी सदस्य गांगुली ने मीडिया से कहा कि कमेटी ने कुछ समय तक नाम न जाहिर करने का फैसला किया है और नाम की घोषणा से पहले टीम के खिलाड़ियों से सीएसी बातचीत करेगी।

सौरव गांगुली ने साफ किया कि कोच पद के लिए अब अन्य किसी उम्मीदवार का इंटरव्यू नहीं होगा। गांगुली ने विराट कोहली पर भी टिप्पणी की और कहा, “उसे (विराट) को समझना होगा कि कोच कैसे काम करते हैं।” गांगुली ने साफ किया कि विराट कोहली ने सीएसी को कोई सुझाव नहीं दिया है। चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ही सीएसी इंग्लैंड में कोहली से मिली थी। माना गया था कि तब कोहली ने कुंबले को लेकर अपनी राय सीएसी के सामने रखी थी। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कोहली ने सीएसी के दो सदस्यों से साफ कह दिया था कि कोच के तौर पर रवि शास्त्री उनकी पसंद हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कोच पद की दौड़ में अब केवल रवि शास्त्री और टॉम मूडी बचे हैं। वीरेंद्र सहवाग का पत्ता लगभग कट चुका है। अखबार ने दावा किया है कि भारतीय क्रिकेट टीम के एक सदस्य ने कहा कि टीम के सभी 15 सदस्य शास्त्री को कोच देखना चाहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार कोहली के नेतृत्व में पूरी टीम कुंबले को कोच से हटाए जाने के भी पक्ष में थी।

पिछले हफ्ते विराट कोहली ने मीडिया द्वारा नए कोच के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा था कि इस मसले पर उनकी कोई निजी राय नहीं है और टीम के कप्तान के तौर पर अपनी राय वो बीसीसीआई द्वारा पूछे जाने पर बताएंगे। अनिल कुंबले ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए कोच चुने जाने के बाद अपने पद से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि भारतीय टीम के कप्तान को उनके “तरीके” से समस्या है। कुंबले ने इस्तीफे में ये भी साफ किया था कि सीएसी चाहती थी कि वो दो साल और कोच पद पर रहें।