भारतीय कप्तान विराट कोहली को यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं है कि न्यूजीलैंड ने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में उन्हें हर विभाग में मात दी। लेकिन, उन्होंने कहा कि अगर कुछ लोग दस विकेट से हार पर ‘तिल का ताड़’ बनाना चाहते हैं तो वह इसमें कुछ नहीं कर सकते। मेजबान न्यूजीलैंड ने बेसिन रिजर्व पर पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में भारत को दस विकेट से करारी शिकस्त देकर दो मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनाई। भारत की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में यह पहली हार है जो उसे बल्लेबाजों की नाकामी के कारण मिली।
कोहली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम जानते हैं कि हमने अच्छा खेल नहीं दिखाया लेकिन अगर लोग इसका तिल का ताड़ बनाना चाहते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते क्योंकि हम ऐसा नहीं सोचते। कोहली ने कहा कि उन्हें यह समझ में नहीं आता कि एक टेस्ट मैच में हार को इस तरह से क्यों देखा जाना चाहिए मानो उनकी टीम के लिये दुनिया ही समाप्त हो गयी।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के लिये यह दुनिया का अंत हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं है। हमारे लिये यह क्रिकेट का एक मैच था जिसमें हम हार गये। हम इससे आगे बढ़ते हैं और सिर ऊंचा रखते हैं। दुनिया के शीर्ष बल्लेबाज ने कहा कि हार को स्वीकार करना इस टीम के चरित्र को दिखाता है।
कोहली ने कहा कि हम समझते हैं कि स्वदेश में भी हमें जीत के लिये अच्छा खेलना होता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आसान कुछ नहीं होता है क्योंकि टीम आएंगी और आपको हराएंगी। आप इसे स्वीकार करते हो और इससे एक टीम के तौर पर हमारे चरित्र का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि अगर टीम बाहरी टिप्पणियों पर गौर करती तो वह वहां नहीं होती जहां अभी है। कोहली ने कहा कि यही वजह है कि हम इस तरह की क्रिकेट खेलने में सफल रहे। अगर हम बाहरी प्रतिक्रियाओं पर गौर करते तो हम रैंकिंग में सातवें या आठवें नंबर पर होते।
हमारे लिये यह कोई मायने नहीं रखता कि बाहर बैठकर लोग क्या बातें कर रहे हैं। अगर हम हारे हैं तो हमें इसे स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है। इसका मतलब है कि हम इस मैच में अच्छा नहीं खेले। इसका मतलब यह नहीं है कि हम रातों रात खराब टीम बन गये हैं।’’ कोहली को विश्वास है कि शनिवार से क्राइस्टचर्च में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में टीम वापसी करेगी।

