टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का कहना है कि कप्तान विराट कोहली के कारण ही महेंद्र सिंह धोनी का नया ‘अवतार’ देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि 36 वर्षीय धोनी में विराट ने जो विश्वास दिखाया है, यह उसी का नतीजा है। सौरव ने कहा, एमएस धोनी जैसा खिलाड़ी, जिसने 300 वनडे खेले हैं, उन्हें पता होता है कि रन कैसे बनाने हैं। वनडे में 9000 से ज्यादा रन बना चुके धोनी, जब रिटायर होंगे तो काफी रन और बना चुके होंगे। सौरव ने कहा, यह कप्तान का विश्वास है और विराट कोहली को इसका श्रेय मिलना चाहिए, क्योंकि उन्होंने धोनी पर जिम्मेदारी डाली है और उन्हें उनका गेम खेलने की आजादी दी है। इंडिया टुडे से बातचीत में सौरव ने कहा, विश्वास करने से खिलाड़ी बनते और टूटते हैं। चेन्नई वनडे में अॉलराउंडर हार्दिक पंड्या के 83 रनों की पारी पर उन्होंने कहा, 23 वर्षीय इस खिलाड़ी में उन्हें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी जैक कैलिस की झलक दिखाई देती है। सौरव ने कहा, पंड्या निखरते जा रहे हैं और यही उनकी सबसे अच्छी बात है। आप गेंदबाजी और बल्लेबाजी में उनका विश्वास देख सकते हैं।
पूर्व कप्तान ने कहा, अगर आप एक क्षेत्र में अच्छा करते हो तो दूसरे में अपने आप अच्छे हो जाते हैं। उन्होंने कहा, वह टीम के लिए बेहद अहम हैं और अगले कुछ वर्षों में वह और भी जिम्मेदारियां लेने को तैयार हो जाएंगे। उन्होंने कहा, अगले 15 महीनों में वह द.अफ्रीका, इंग्लैंड और अॉस्ट्रेलिया जाएंगे। एक बार वह उन दौरों से गुजरेंगे तो या वह बहुत अच्छे खिलाड़ी बन जाएंगे या टीम से बाहर हो जाएंगे।
Dhoni Dhoni….the crowd is chanting…took a little bit of nudging though #IndvAus @StarSportsIndia pic.twitter.com/mNFEfML77v
— Aakash Chopra (@cricketaakash) September 17, 2017
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गौरतलब है कि हार्दिक पंड्या और महेंद्र सिंह धोनी की शानदार पारियों की बदौलत भारत ने चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेले गए पहले वन डे मैच में अॉस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुइस नियम के तहत 26 रनों से मात दी थी। इसी के साथ उसने पांच वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए महेंद्र सिंह धोनी (79) और हार्दिक पांड्या 83 की संकटमोचन पारियों के दम पर सात विकेट के नुकसान पर 281 रन बनाए थे। लेकिन जैसे ही भारत की पारी खत्म हुई बारिश आ गई। इसके थमने के बाद मैच दोबारा शुरू हुआ, जिसमें अॉस्ट्रेलिया को 21 ओवरों में 164 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला। अॉस्ट्रेलियाई टीम पूरे 21 ओवर खेलने के बाद नौ विकेट के नुकसान पर 139 रन ही बना सकी।

