भारतीय कप्तान विराट कोहली का बल्ला खूब रन उगल रहा है। श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में उन्होंने शिखर धवन के साथ मिलकर टीम को जीत तक पहुंचाकर ही दम लिया। 70 गेंदों में उन्होंने 82 रन की पारी खेली और मैदान के हर कोने में शॉट लगाए। इस पारी के साथ वह वन डे में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने के करीब पहुंच गए हैं। उम्मीद है कि कोहली इस सीरीज में यह मुकाम हासिल कर लेंगे। विराट कोहली फिलहाल एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में तीसरे पायदान पर हैं। उनसे आगे साउथ अफ्रीका के फाफ डु प्लेसिस और इंग्लैंड के कप्तान जो रूट हैं। अगर कोहली अगले मैच में 45 रन बना देते हैं तो वह प्लेसिस को पीछे छोड़कर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। विराट कोहली इस पायदान पर लंबे समय तक बने रह सकते हैं, क्योंकि कुछ समय तक साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड वन डे क्रिकेट नहीं खेलेंगे। इंग्लैंड वेस्टइंडीज से वनडे सीरीज 15 सितंबर से खेलेगा। वहीं साउथ अफ्रीकी टीम का 15 अक्टूबर तक कोई वनडे सीरीज खेलने का शेड्यूल नहीं है।
रूट और प्लेसिस से आगे हैं कोहली: भारतीय कप्तान इंग्लैंड के कप्तान और साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी से औसत के मामले में कहीं आगे हैं। 16 मैचों में प्लेसिस ने 58.1 की औसत से 814 रन बनाए हैं। वहीं रूट ने 16 मैचों में 71.3 की औसत से 785 रन मारे हैं। दूसरी ओर विराट कोहली ने पिछले 14 मैचों में 91.1 की औसत से 769 रन बनाए हैं। इतना ही नहीं भारतीय टीम दिसंबर तक 11 वनडे मैच खेलेगी। इसका मतलब है कि विराट कोहली के पास एक कैलेंडर वर्ष में 1000 रन बनाने का भी मौका है।
गौरतलब है कि पहले वनडे में 82 रन बनाने वाले कोहली के नाम हाल ही में एक और रिकॉर्ड दर्ज हुआ था। कोहली लक्ष्य का पीछा करते हुए 4000 रन पूरे करने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। 28 साल के भारतीय कप्तान 100.02 की औसत से लक्ष्य का पीछा करने में अब तक 4001 रन बना चुके हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक अब उनसे आगे इस मामले में रिकी पॉन्टिंग (4186 रन, 57.34 की औसत) और सचिन तेंदुलकर (5490 रन, 55.45 की औसत) हैं।
