भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट ने हाल ही में एशियन चैंपियनशिप में देश के लिए ओलंपिक कोटा हासिल किया था। विनेश के बाद अब उनके साथ धरने पर बैठे बजरंग पूनिया और ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट रवि दहिया के लिए पेरिस जाने की राह फिर से खुल गई है। यह दोनों पहलवान एशियन और वर्ल्ड क्वालिफायर के ट्रायल्स में हार गए थे। हालांकि एशियन चैंपियनशिप में भारतीय पुरुष खिलाड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय रेसलिंग फेडरेशन ने 18 में से बची हुई सभी 14 कैटेगरी के लिए फिर से ट्रायल्स कराने का फैसला लिया।

भारत को अब तक मिले हैं महज चार कोटे

बिश्केक में एशियाई चैम्पियनशिप में भारत ने 18 में से चार ही कोटा स्थान हासिल किये और सभी महिला पहलवानों को मिले जिनमें विनेश फोगाट भी शामिल है। उनके अलावा अंतिम पंघाल (53 किलो), अंशु मलिक (57 किलो) और रीतिका (76 किलो) ने भी कोटा हासिल किया।

14 श्रेणियों में होंगे ट्रायल्स

अभी भी 14 श्रेणियां बची है और नौ मई से तुर्की में होने वाले विश्व क्वालीफायर में जीतना एशियाई क्वालीफायर की तुलना में कठिन होगा। डब्ल्यूएफआई सभी 14 श्रेणियों में ट्रायल का आयोजन करेगा। इनमें महिला वर्ग में दो (68 और 62 किलो) , पुरुष फ्रीस्टाइल और ग्रीको रोमन में छह छह वर्ग शामिल है जिनके ट्रायल अप्रैल के आखिरी सप्ताह या मई के प्रथम सप्ताह में आयोजित किये जायेंगे।

पहली बार कोटा हासिल करने के लिए जूझ रहे हैं भारतीय पहलवान

एक सूत्र ने कहा ,‘‘ अध्यक्ष संजय सिंह ने भारतीय कोचों और चयन समिति के सदस्यों से प्रदर्शन पर चर्चा की। उन्होंने स्वीकार किया कि यह बेहद खराब प्रदर्शन रहा। यह पहली बार हुआ है कि फ्रीस्टाइल में भी भारत को कोटे के लिये जूझना पड़ रहा है। ’’ उन्होंने कहा ,‘‘ यह तय किया गया है कि डब्ल्यूएफआई सभी 14 वर्गों में ट्रायल का आयोजन करेगा।’’ ग्रीको रोमन में तो आलम यह था कि पहले दौर के मुकाबले जीतने के लिये भी भारतीय पहलवान जूझते दिखे।

भाषा इनपुट के साथ