भारतीय रेसलर विनेश फोगाट इन दिनों हरियाणा चुनाव के लिए प्रचार में व्यस्त हैं। विनेश फोगाट ने प्रचार के दौरान कई बार अपने पेरिस ओलंपिक डिस्क्वालिफिकेशन पर बात की। उन्होंने बताया कि उन्हें उस बुरे समय में किसी का साथ नहीं मिला। कुछ दिन पहले विनेश ने यह बताया कि डिस्क्वालिफाई होने के बाद उन्हें भारतीय सरकार की ओर से केवल एक फोन आया था। उन्होंने अब जाकर खुलासा किया है कि वह कॉल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का था।

विनेश ने बताया कि उन्हें पीएम मोदी का फोन आया था

विनेश फोगाट ने लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में बताया कि जब वह डिस्क्वालिफाई हो गई थी तब नरेंद्र मोदी की ओर से फोन आया था। विनेश ने कहा, ‘उनका डायरेक्ट फोन नहीं आया। वहां जो लोग थे उन्होंने कहा कि वह (पीएम) बात करना चाहते हैं।’

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विनेश ने बताया पीएम मोदी से बात करने के लिए रखी थी शर्त

विनेश ने बताया कि उन्होंने बात करने से मना कर दिया क्योंकि वह उन लोगों की शर्तें मानने के लिए तैयार नहीं थी। विनेश ने कहा, ‘उन्होंने कुछ शर्ते रखी। उन्होंने कहा कि बात करते समय मेरा कोई आदमी मेरे साथ नहीं होगा। उनका एक आदमी होगा जो बात कराएगा और एक वीडियो शूट करेगा। विनेश ने पूछा कि क्या यह वीडियो सोशल मीडिया पर जाएगा तो उन्होंने कहा हां। मैंने इसी कारण मना कर दिया कि मैं अपनी भावनाओं का मजाक नहीं उड़ाना चाहता है।’

उन्होंने कहा, ‘अगर उनको सच में सहानुभूति है कि वह बिना रिकॉर्डिंग बात कर सकते तो मैं बहुत धन्यवाद रहूंगी। शायद उन्हें पता था कि विनेश बात करेंगी तो दो साल हिसाब मानेगी। वह अपने हिसाब से रिकॉर्डिंग को काट सकते थे लेकिन मैं तो ऐसा नहीं कर सकती।’

राजनीति में क्यों नहीं आई साक्षी मलिक?

विनेश फोगाट ने यह भी बताया कि साक्षी मलिक का राजनीति में न आना निजी फैसला है। उन्होंने या बजरंग ने साक्षी को राजनीति में आने के लिए दबाव नहीं दिया। उन्होंने आगे कहा, ‘अगर किसी भी फील्ड को चुनते हैं तो, जब रेसलिंग को चुना तब भी हमारा फैसला था। अब हम स्पोर्ट्स छोड़कर राजनीति में आए हैं तो भी यह हमारा निजी फैसला है। न तो हम साक्षी पर दबाव डाल सकते हैं न वह डाल सकती हैं। हमारी लड़ाई एक ही है। आखिर तक हमारा लक्ष्य एक ही रहेगा। जब हम जिंदा हैं तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।’