हरियाणा सरकार ने इस साल 25 मार्च को कैबिनेट की बैठक में अपनी खेल नीति के तहत पहलवान से विधायक बनीं विनेश फोगाट को 3 विकल्प (4 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार, ‘ग्रुप ए’ की नौकरी या हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के तहत एक भूखंड का आवंटन) देने का फैसला किया था। कांग्रेस के टिकट पर जुलाना विधानसभा से चुनाव जीतने वाली विनेश फोगाट ने विकल्प मिलने के करीब 2 सप्ताह बाद हरियाणा सरकार को चिट्ठी लिखकर बताया है कि उन्हें तीनों में से क्या चाहिए।
विनेश ने 4 करोड़ Cash वाला विकल्प चुना
विनेश फोगाट ने 4 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार चुना है। यह जानकारी विनेश फोगाट के परिवार के एक सदस्य ने गुरुवार 10 अप्रैल को द इंडियन एक्सप्रेस को दी। सदस्य ने बताया कि विनेश फोगाट के फैसले के बारे में सूचित करने के लिए मंगलवार 8 अप्रैल को सूबे के खेल विभाग को एक पत्र सौंपा दिया गया है। फोगाट के परिवार के सदस्य ने कहा कि मौजूदा विधायक होने के नाते विनेश फोगाट सरकारी नौकरी का विकल्प नहीं चुन पाएंगी।
ओलंपियन को डिप्टी डायरेक्टर पद की नौकरी
हरियाणा सरकार अपनी खेल नीति के तहत ओलंपियन समेत उत्कृष्ट खिलाड़ियों को खेल विभाग में उप निदेशक स्तर के पद की नौकरी देती है। विनेश फोगाट के परिवार के सदस्य ने कहा कि नकद पुरस्कार से उन्हें अपने परिवार की आवश्यकता के अनुसार प्लॉट खरीदने की स्वतंत्रता भी मिलती है।
गत 25 मार्च को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा था, ‘चूंकि विनेश फोगाट अब विधायक हैं, इसलिए सरकार ने उनसे यह पूछने का फैसला किया है कि वह कौन से लाभ लेना चाहेंगी।’ नायब सिंह सैनी ने कहा था कि ये तीनों लाभ राज्य सरकार की खेल नीति के तहत रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को दिये जाते हैं।
पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने के बाद अयोग्य हो गईं थीं विनेश फोगाट
पिछले साल पेरिस ओलंपिक में कुश्ती में महिलाओं की 50 किग्रा स्पर्धा में ऐतिहासिक फाइनल से पहले विनेश फोगाट को अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। फाइनल वाले दिन सुबह विनेश फोगाट का वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला था। विनेश फोगाट ओलंपिक इतिहास के इस इवेंट में फाइनल में पहुंचने वाली देश की पहली महिला रेसलर थीं।
विनेश ने CM नायब सैनी को विधानसभा में याद दिलाया था वादा
पेरिस ओलंपिक के फाइनल में प्रवेश करने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा था कि भले ही विनेश अयोग्य घोषित कर दी गईं हों, लेकिन वह हम सभी के लिए चैंपियन हैं। हमारी सरकार उनका पदक विजेता की तरह स्वागत और सम्मान करेगी। विधायक बनने के बाद विनेश फोगाट ने कुछ दिन पहले विधानसभा में नायब सिंह सैनी को उनका वादा याद दिलाया। इसके बाद राज्य सरकार ने कैबिनेट बैठक में उन्हें 3 विकल्प दिये थे।