Vinesh Phogat: भारत की पूर्व महिला रेसलर विनेश फोगाट और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लिया। कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद विनेश फोगाट अब जुलाना से चुनाव भी लड़ेंगी। इन सारी बातों के बीच भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर जमकर हमला बोल रहे हैं। एबीपी न्यूज के साथ बात करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि विनेश फोगाट किसी दिन राहुल गांधी को ना फंसा दें।
विनेश किसी दिन राहुल गांधी को ना फंसा दें
बृजभूषण सिंह से जब पूछा गया कि विनेश फोगाट, राहुल गांधी और बजरंग की शानदार तस्वीर सामने आई है। इस पर उन्होंने कहा कि आपने कभी भी मेरी ऐसी तस्वीर विनेश फोगाट के साथ देखी है। राहुल गांधी जिस तरह से पंजा फांसकर मिल रहे हैं ऐसी तो हमारी एक भी फोटो नहीं है। आपने देखा ही होगा कि पंजा फांसकर किस तरह से तस्वीर सामने आई है। हो सकता है कि भगवान की कृपा राहुल गांधी पर भी हो जाए और जो कृपा मेरे ऊपर किया है उनके साथ भी कुछ ऐसा हो जाए। पूरा देश देख रहा है कि कैसी तस्वीर है तो ये क्या है। तो ये राहुल के ऊपर भी किसी दिन आरोप लगा सकती हैं कि इन्होंने खींच लिया मुझको और पंजा फांस लिया और मैं कुछ बोल ही नहीं पा रही थी। मैं चाहती थी छुड़ाना, छुड़ा ही नहीं पा रही थी।
पेरिस ओलंपिक में विनेश के डिसक्वालिफाई होने पर बृजभूषण सिंह ने कहा कि मीडिया के लोगों ने जब विनेश से पूछा कि आप क्यों डिसक्लालिफाई हो गईं तो उन्होंने कहा कि समय आने पर बात करूंगी। मतलब वो अभी तैयार नहीं हो पाई हैं कि इसका आरोप किसके ऊपर लगाया जाए। सरकार के ऊपर लगाया जाए या मेरे ऊपर लगाया जाए। अभी वो इस सवाल के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं हो पाई हैं। कही रही हैं कि मेंटल लेवल ठीक होगा तब बताऊंगी कि मेरे साथ क्या हुआ है यानी अभी उनको सिखाया जाएगा कि इसका आरोप किसके ऊपर लगाना है। वो इस सच्चाई को स्वीकार नहीं कर रही हैं कि मेरा वजन ज्यादा था। ये कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी कई खिलाड़ियों के साथ ऐसा हो चुका है। सुशील कुमार भी एक बार इस तरह की घटना का शिकार हो चुके हैं।
विनेश और बजरंग पर हमला करते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा कि इन दोनों ने दो साल तक भारतीय कुश्ती को बर्बाद करने का काम किया है। इन्होंने जूनियर खिलाड़ी के सामने जो उदाहरण पेश किया है वो सही नहीं है। जैसे एशिया में बजरंग भाई बिन ट्रायल के चले गए और मैं आपके माध्यम से खुद विनेश फोगाट से पूछना चाहता हूं कि क्या कुश्ती में कोई ऐसा नियम है कि एक दिन के अंदर एक खिलाड़ी दो भारवर्ग में ट्रायल दे। यही नहीं आपने 5 घंटे तक ट्रायल नहीं होने दिया। 53 किलो वेट कैटेगरी में आप नियम के विरुद्ध लड़ी तो आप 0-10 से हार गईं। उसके बाद आपने 50 किलो में ट्रायल देने आ गईं और आप 0-5 से हार गई थीं। रेलवे के रेफरी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने हारी हुई कुश्ती को जीता दिया।