सचिन तेंदुलकर के बचपन के दोस्त विनोद कांबली ने मुंबई टी20 लीग के दौरान कुछ ऐसा किया, जिसने लोगों का दिल जीत लिया। दरअसल हुआ यूं कि लीग के फाइनल मुकाबले के बाद अवॉर्ड सेरेमनी में विनोद कांबली रनर-अप टीम का मेडल लेने मंच पर पहुंचे। विनोद लायंस टीम के मेंटॉर हैं। मंच पर सुनील गावस्कर मौजूद थे, जिन्होंने सचिन तेंदुलकर को कांबली को मेडल पहनाने को कहा। तेंदुलकर ने जैसे ही कांबली को मेडल पहनाया। उनके बचपन का य दोस्त नीचे झुका और सचिन के पैर छूने लगा। सचिन ये देखकर मुस्कुराए और उन्होंने कांबली को दोनों हाथों से उठाकर गले लगा लिया।
सचिन-कांबली के बीच दोस्ती के किस्से काफी मशहूर हैं लेकिन ये भी बात किसी के जेहन से नहीं गई है कि एक शो के दौरान कांबली ने अपने इस दोस्त को लेकर काफी कड़वाहट भरा बयान भी दे डाला था। दरअसल कांबली ने 2009 में एक टीवी शो के दौरान ये कह दिया था कि सचिन ने उन्हें क्रिकेट में वापसी के लिए मदद नहीं की थी। वहीं रिटारयमेंट के दौरान स्पीच में सचिन ने लगभग सभी का नाम लिया, जबकि कांबली का नहीं।
18 जनवरी 1971 में मुंबई में जन्मे विनोद कांबली ने 1991 में वनडे और 1993 में टेस्ट क्रिकेट करियर का आगाज किया था। शुरुआती मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाले कांबली का करियर बहुत दूर नहीं जा सका। अक्टूबर 2000 के बाद उन्हें भारतीय टीम में नहीं चुना गया। 2009 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।
अपने क्रिकेट करियर के दौरान विनोद कांबली ने 17 टेस्ट मैचों की 21 पारियों में 54.20 के औसत से कुल 1084 बनाए। उनका अधिकतम स्कोर 227 रन रहा। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में कुल चार शतक और तीन अर्धशतक बनाए। एकदिवसीय क्रिकेट में कांबली ने 104 मैचों की 97 पारियों में 32.59 के औसत से कुल 2477 रन बनाए। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 2 शतक और 14 अर्धशतक बनाए। वनडे में उनका अधिकतम स्कोर 106 रन रहा।



