मुंबई के विस्फोटक पृथ्वी शॉ का शानदार फॉर्म विजय हजारे ट्रॉफी में जारी है। उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में शानदार शतक लगाया। पृथ्वी ने गुरुवार (11 मार्च) को दिल्ली के पालम ए स्टेडियम पर 165 रनों की पारी खेली। इस टूर्नामेंट में यह उनका चौथा शतक है। पृथ्वी ने अपनी इस पारी से टीम इंडिया के लिए दावा ठोक दिया। भारत और इंग्लैंड के बीच 23 से 28 मार्च के बीच तीन वनडे मैच खेले जाएंगे। उस टीम के लिए पृथ्वी का चयन हो सकता है।

सेमीफाइनल में कर्नाटक ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। मुंबई की शुरुआत खराब रही। ओपनर यशस्वी जायसवाल का बल्ला इस मैच में नहीं चला। वे 6 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। 13 गेंद की पारी में उन्होंने एक चौका लगाया। उन्हें प्रसिद्ध कृष्णा ने आउट किया। आदित्य तारे 16 रन बनाकर श्रेयस गोपाल की गेंद पर बोल्ड हो गए। पृथ्वी को शम्स मुलानी का साथ मिला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 156 रनों की साझेदारी की। मुलानी 45 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।

मुलानी के बाद पृथ्वी शॉ पवेलियन लौटे। उन्होंने 122 गेंद की पारी के दौरान कर्नाटक गेंदबाजों को अच्छी तरह से धो दिया। पृथ्वी ने अपनी पारी में 17 चौके और 7 छक्के लगाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 135.25 का रहा। कप्तान पृथ्वी ने टी20 स्टाइल में बल्लेबाजी करते हुए टूर्नामेंट में अपना चौथा शतक पूरा किया। उन्होंने क्वार्टरफाइनल में भी शतक लगाया था। पृथ्वी ने सौराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 185 रनों की पारी खेली थी।

पृथ्वी ने टूर्नामेंट की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की थी। उन्होंने दिल्ली के खिलाफ खेले गए पहले मैच में नाबाद 105 रन बनाए थे। इसके बाद महाराष्ट्र के खिलाफ अगले मैच में वो 34 रन बनाकर आउट हुए थे। पुडुचेरी के खिलाफ तीसरे मैच में रिकॉर्ड 227 रन ठोके थे। इसके बाद अगले दो मैचों में उनका बल्ला खामोश रहा था। राजस्थान के खिलाफ 36 और हिमाचल प्रदेश के खिलाफ 2 रन बनाकर आउट हुए। नॉकआउट मुकाबलों में उन्होंने फॉर्म में वापसी की और लगातार दो शतक ठोक दिए हैं।