चार बार के चैंपियन कर्नाटक ने शनिवार (11 जनवरी) को मेजबान बड़ौदा को पांच रन से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जगह बनाई। महाराष्ट्र ने पंजाब को 70 रन से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल में एंट्री की। महाराष्ट्र के लिए 19 साल के किशोर अर्शिन कुलकर्णी ने अपना पहला लिस्ट ए शतक जड़ा। विकेटकीपर-बल्लेबाज नितिन नाइक ने विस्फोटक नाबाद अर्धशतक जड़कर महाराष्ट्र को कोटाम्बी स्टेडियम में पंजाब पर शानदार जीत दिलाई। कर्नाटक की जीत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम का हिस्सा देवदत्त पडिक्कल और प्रसिद्ध कृष्णा ने अहम भूमिका निभाई।

कुलकर्णी ने अंकित बावने 85 गेंद पर 60 रन के साथ शतकीय साझेदारी की। अर्शीन ने 137 गेंदों में 107 रन बनाए। नाइक ने सातवें नंबर पर 29 गेंद पर नाबाद 52 रन की आक्रामक पारी खेली और टीम को 275/6 तक पहुंचाया। पंजाब ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए। अर्शदीप सिंह 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 39 गेंदों में 49 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे, लेकिन टीम 44.4 ओवर में 205 रन पर सिमट गई। महाराष्ट्र के लिए मुकेश चौधरी ने 8 ओवर में 44 रन देकर 3 विकेट लिए। प्रदीप दाधे ने 9.4 ओवर में 31 रन देकर 2 विकेट लिए। रजनीश गुरबानी, कुलकर्णी, सत्यजीत बच्छव और अजीम काजी ने महाराष्ट्र के लिए एक-एक विकेट लिया।

कुलकर्णी-बवाने के बीच 145 रनों की साझेदारी

महाराष्ट्र की शुरुआत बेहद खराब रही और भारत के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप की शानदार शुरुआत के बाद टीम का स्कोर 8 रन पर 2 विकेट था। पंजाब के इस तेज गेंदबाज ने कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ (5) को आउट किया। अगले ही ओवर में सिद्धेश वीर (0) की गेंद को विकेटकीपर के हाथों में थमा दिया। इस चुनौतीपूर्ण दौर से गुजरते हुए युवा कुलकर्णी ने अंकित बावने (85 गेंदों पर 60 रन) के साथ 145 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की और महाराष्ट्र को संभाला।

मुकेश चौधरी की शानदार गेंदबाजी

पंजाब ने पावरप्ले के अंदर तीन विकेट गंवा दिए। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी ने प्रभसिमरन सिंह (14), कप्तान अभिषेक शर्मा (19) की ओपनिंग जोड़ी को आउट किया। नेहल वढेरा (6) ने बनाए। अनमोलप्रीत सिंह ने साझेदारी बनाने की कोशिश की और सावधानी से बल्लेबाजी की, लेकिन कुलकर्णी ने उन्हें बोल्ड कर दिया। अर्शदीप ने सनवीर सिंह के साथ पचास से अधिक रन की साझेदारी की और लिस्ट ए में अपना पहला अर्धशतक बनाने की ओर अग्रसर थे, लेकिन दाधे ने उन्हें एक रन पहले आउट कर दिया, जिससे उनकी जीत सुनिश्चित हो गई।

पडिक्कल और प्रसिद्ध चमके

कर्नाटक के ओपनर बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल ने शानदार शतक के साथ घरेलू क्रिकेट में वापसी की। इसके बाद डेथ ओवर्स में प्रसिद्ध कृष्णा की शानदार प्रदर्शन के बदौलत कर्नाटक को बड़ौदा पर रोमांचक जीत दिलाई। बड़ौदा ने गेंदबाजी करने का फैसला किया। क्रुणाल फॉर्म में चल रहे पडिक्कल ने 99 गेंदों पर शानदार 102 रन बनाकर कर्नाटक की पारी को संभाला। केवी अनीश के 64 गेंदों पर 52 रनों की मदद से कर्नाटक ने अपने 50 ओवरों में 281/8 का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया।

शाश्वत रावत ने शतक जड़ा

जवाब में बड़ौदा लक्ष्य का पीछा करते हुए ओपनर बल्लेबाज शाश्वत रावत ने शतक बनाकर बढ़त बनाई। रावत के 104 रनों ने बड़ौदा को मैच में बनाए रखा। टीम को अंतिम पांच ओवरों में सिर्फ 44 रन चाहिए थे, जबकि सेट बल्लेबाज अभी भी क्रीज पर था। हालांकि, प्रसिद्ध कृष्णा (2/60) ने 47वें ओवर में मैच का रुख पलट दिया। उन्होंने सबसे पहले खतरनाक रावत को शॉर्ट बॉल पर आउट किया। बल्लेबाज ने कीपर के हाथों में कैच थमा दिया।

राज लिंबानी और भार्गव भट्ट की जोड़ी 4 गेंद के अंदर आउट

पांचवीं गेंद पर कृष्णा ने महेश पिथिया को आउट कर बड़ौदा की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। बड़ौदा को अंतिम ओवर में 12 रन की जरूरत थी और उसके दो विकेट बचे थे, लेकिन राज लिंबानी और भार्गव भट्ट की जोड़ी जोखिम भरे रन बनाने की कोशिश में चार गेंदों पर रन आउट हो गई। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अभिलाष शेट्टी (9.5 ओवर में 2/70) ने कर्नाटक के लिए नाटकीय जीत सुनिश्चित करने के लिए तनावपूर्ण अंतिम ओवर में धैर्य बनाए रखा। अर्शदीप सिंह के विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के बारे में पढ़ने के लिए क्लिक करें