अफगानिस्तान का क्रिस गेल कहे जाने वाले 20 वर्षीय युवा विस्फोटक बल्लेबाज हजरातुल्लाह जाजई ने अपने छक्कों का राज बताया है। हजरातुल्लाह पिछले साल अफगानिस्तान प्रीमियर लीग में एक ओवर में छह छक्के लगाने के बाद सुर्खियों में आए थे। हजरातुल्लाह ने बताया विस्फोटक अंदाज़ में बल्लेबाजी करना उन्होंने वीडियो देख-देख कर खुद से सीखा है।

आतिशी बल्लेबाजी के चलते हजरातुल्लाह को ‘अफगानिस्तानी गेल’ बुलाया जाता है। हजरातुल्लाह ने बताया जब तक उन्होंने अंडर- 19 क्रिकेट खेलना शुरू नहीं किया तब तक उन्होंने कोई औपचारिक कोचिंग नहीं की। हजरातुल्लाह ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो को दिए गए इंटरव्यू में बताया ” क्लब में हमारे पास कोई कोच नहीं था। मैंने सिर्फ टीवी और वीडियो देख-देख कर क्रिकेट सीखा और खुद को एडजस्ट किया।” अपने छह छक्कों को याद करते हुए हजरातुल्लाह ने बताया उनके पास बाएं हाथ के अनुभवी स्पिनर अब्दुल्ला मज़ारी को मारने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था क्योंकि वे एक विशाल लक्ष्य का पीछा कर रहे थे। इसके बावजूद टीम 21 रनों से हार गई।

उन्होंने कहा “मैं आमतौर पर पहले गेंदबाज को परखता हूं, लेकिन उस दिन लक्ष्य 245 रन का था और मेरे पास ज्यादा समय नहीं था। इसलिए मुझे हर गेंद पर प्रहार करना था। मज़ारी एक अनुभवी गेंदबाज है लेकिन मुझे रिस्क उठाकर उन्हें मारना ही पड़ा।” उस मैच में 80 रन बनाने वाले गेल ने मैच के बाद हजरातुल्लाह के साथ अपना अनुभव बांटते हुए कहा ” तुम्हे इसी तरह से बल्लेबाजी करनी चाहिए। ये तुम्हारा नेचुरल गेम है।”

हजरातुल्लाह ने अपने इस फॉर्म को जारी रखते हुए अफगानिस्तान के लिए खेलते हुए पिछले शनिवार को तूफानी शतक लगाया। हजरातुल्लाह ने टी20 क्रिकेट में युवराज सिंह और गेल के सबसे तेज अर्धशतक के रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 62 गेंदों में नाबाद 162 रन ठोके। हजरातुल्लाह की इस तूफानी पारी की मदद से अफगानिस्तान ने आयरलैंड के खिलाफ टी20 क्रिकेट का अब तक का सबसे बड़ा टोटल बनाया। अफगानिस्तान ने 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 278 रन बनाए और आयरलैंड को 84 रनों से हरा दिया।