VHT 2023: विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट 2023 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में राजस्थान के कप्तान दीपक हुडा ने कर्नाटक के खिलाफ 180 रन की चमत्कारी पारी खेली और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया। इस मैच में एक वक्त पर राजस्थान की टीम ने अपने शुरुआती 3 विकेट सिर्फ 23 रन के स्कोर पर गंवा दिया था, लेकिन इसके बाद दीपक हुडा का बल्ला ऐसा चला की कर्नाटक की टीम देखती रह गई और उसका फाइनल में पहुंचने का सपना चकनाचूर हो गया।

इस मैच में कर्नाटक की टीम ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में 8 विकेट पर 282 रन बनाए थे। जीत के लिए मिले 283 रन के लक्ष्य को राजस्थान की टीम ने 43.3 ओवर में 4 विकेट पर 283 रन बनाते हुए हासिल कर लिया और 6 विकेट से जीत दर्ज की। अब फाइनल में इस टीम का मुकाबला हरियाणा के साथ होगा जिसने पहले सेमीफाइनल मुकाबले में तमिलनाडु को हराया था। फाइनल मुकाबला अब राजस्थान और हरियाणा के बीच 16 दिसंबर यानी शनिवार को खेला जाएगा।

दीपक हुडा की तूफानी पारी से राजस्थान फाइनल में पहुंचा

इस मैच में राजस्थान की टीम को जीत के लिए 253 रन का टारगेट मिला था, लेकिन टीम की शुरुआत काफी खराब रही और दोनों ओपनर बल्लेबाज अभिजीत तोमर और राम मोहन चौहान डक पर आउट हो गए। इसके बाद टीम का तीसरा विकेट भी जल्दी गिर गया और महिपाल लोमरोर 14 रन बनाकर आउट हो गए। राजस्थान का स्कोर 23 रन पर 3 विकेट हो गया था, लेकिन इसके बाद कप्तान दीपक हुडा और करन लांबा ने मिलकर पारी को संभाला और टीम को जीत दिला दी।

इस मैच में दीपक हुडा की पारी गजब की रही और उन्होंने अपना शतक पहले सिर्फ 85 गेंदों पर पूरा किया और इस दौरान उन्होंने 2 छक्के और 12 चौके लगाए। इस मैच में दीपक हुडा ने 128 गेंदों पर 5 छक्के और 19 चौकों की मदद से 180 रन की गजब की पारी खेली। उन्होंने चौथे विकेट के लिए करन लांबा के साथ मिलकर 255 रन की जबरदस्त साझेदारी की जबकि करन लांबा ने 112 गेंदों पर नाबाद 73 रन बनाए और इस दौरान 7 चौके लगाए। लांबा ने अपने कप्तान का भरपूर साथ निभाया और टीम को जीत दिलाई।

मयंक अग्रवाल का टूटा सपना

मयंक अग्रवाल की कप्तानी में कर्नाटक की टीम का फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया। इस टीम ने पहले बल्लेबाजी की थी और 50 ओवर में 8 विकेट पर 282 रन बनाए थे। इस टीम की तरफ से सबसे बड़ी पारी अभिनव मनोहर ने खेली और उन्होंने 80 गेंदों पर 3 छक्के और 10 चौकों की मदद से 91 रन बनाए। कप्तान मयंक अग्रवाल ने इस मैच में टीम के लिए सिर्फ 13 रन की पारी खेली। अन्य बल्लेबाजों में कृष्णन श्रीजीत ने 37 रन, मनीष पांडे ने 28 रन जबकि निचले क्रम के बल्लेबाज मनोज भंडागे ने भी 39 गेंदों पर 5 छक्के और 23 चौकों की मदद से 63 रन की तेज और अहम पारी खेली।