क्रिकेट की दुनिया में इन दिनों नस्लवाद का मुद्दा गर्माया हुआ है। इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, भारत और अब ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशो में नस्लवाद से जुड़े कई मामले सामने आए। कई खिलाड़ियों ने खुलासे भी किए इसी कड़ी में अब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने भी अपने इंटरव्यू में कई खुलासे किए हैं।
आपको बता दें कि ख्वाजा को हाल ही में एशेज के लिए स्क्वॉड में चुना गया था। लेकिन वे फिलहाल इंग्लैंड लायंस के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया-ए की तरफ से खेलते नजर आ रहे हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई वेबसाइट (abc.net.au) को इंटरव्यू देते हुए बताया कि, उन्होंने अपनी युवा अवस्था में कई ऐसे ताने झेले हैं अपने कल्चर और कलर (रंग) को लेकर।
उन्होंने बताया कि, उन्हें उस वक्त ऐसे ताने झेलने पड़ते थे कि वे अपने रंग के कारण ऑस्ट्रेलिया की टीम में जगह नहीं बना पाएंगे। वहां (ऑस्ट्रेलिया) के लोगों से अलग होने के कारण मुझे कई बार समय-समय पर नस्लवाद का सामना करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने इंटरव्यू में कहा कि,’कल्चरल बैरियर को तोड़ना बहुत मुश्किल होता है। मैं बाहर ज्यादा नहीं जाता। मैं शुक्रवार को (जुमे की नमाज) प्रेयर के लिए जाता हूं। मैं रोजा रखता हूं। 90 के दशक में और शुरुआती 2000 में मुझे ऐसे कई चीजों से गुजरना पड़ा है जिसका शायद किसी को आइडिया नहीं होगा।’
उन्होंने ये भी कहा कि,’कई मौकों पर आपके लिए ये बहुत मुश्किल हो जाता है। कल्चरल बैरियर, नस्लवाद या फिर पक्षपात, हर चीज का आपको सामना करना पड़ता है। क्रिकेट और खेलों की तरह नहीं है। ये लोगों द्वारा चुना गया खेल है। कई अच्छे लोग आपके आसपास होते हैं। लगभग 98 प्रतिशत ऐसे लोग मुझे मिले जो काफी अच्छे थे।’
उस्मान ख्वाजा का जन्म पाकिस्तान के इस्लामाबाद में 1986 में हुआ था। इसके बाद जब वे सिर्फ चार साल के थे उनका परिवार सिडनी चला गया। क्वींसलैंड के कप्तान ख्वाजा उस चैरिटी फाउंडेशन के इंचार्ज भी हैं जो गरीब बच्चों को क्रिकेट की शिक्षा देते हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 44 टेस्ट मैच की 41 पारियों में 8 शतक भी लगाए हैं। उनके नाम कुल 2887 टेस्ट रन दर्ज हैं।
ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अभी तक 40 वनडे और 9 टी20 मुकाबले भी खेले हैं। वनडे की 39 पारियों में उनके नाम 1554 रन दर्ज हैं और दो शतक भी उन्होंने लगाए हैं। इसके अलावा टी20 में भी उन्होंने एक अर्धशतक के साथ 241 रन बनाए हैं।