ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा बीते कुछ समय से गाजा जंग के लिए निजी शोक दिखाने को लेकर चर्चा में हैं। ख्वाजा को इसके लिए आईसीसी से भी फटकार भी पड़ चुकी है। ख्वाजा ने अब एक और बड़ा फैसला लिया है। मैदान पर अपने जूतों पर जो संदेश लिखने के कारण उस्मान विवाद में फंसे उन्होंने अभी उसी को टी शर्ट पर लिखकर बेचने का फैसला किया है।

उस्मान ख्वाजा ने टी शर्ट की लॉन्च

ख्वाजा ने ट्वीट करके बताया कि वह अपनी खुद की टी शर्ट लॉन्च कर रहे हैं। उन्होंने लिखा, ‘मैं उज्जी फ्रीडम और इक्वेलिटी (आजादी और सामानता) टी शर्ट लेकर आ रहा हूं। इन टी शर्ट से कमाया गया सारा प्रोफिट यूनिसेफ चिलड्रेन ऑफ गाजा अपील के लिए दान किया जाएगा। अगर आप इन्हें खरीदकर समर्थन करना चाहें तो जरूर करं। उन लोगों की मदद करने के लिए जो कि संघर्ष कर रहे हैं। इस बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताएं।’

ख्वाजा 13 दिसंबर को अभ्यास सत्र के लिये उतरे तो उनके बल्लेबाजी के जूतों पर ‘ आल लाइव्स आर इकवल’ और ‘ फ्रीडम इज ह्यूमन राइट’ लिखा हुआ था। उस्मान ने जो टी शर्ट लॉन्च की हैं उसपर भी उन्हीं जूतों की तस्वीरें हैं जिसपर इस ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने मैसेज लिखा था।

ख्वाजा ने जूतों पर लिखा था संदेश

ख्वाजा से जब जूतों पर लिखे संदेश के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था, ‘मेरा कोई एजेंडा नहीं था। मैं उस बात पर रोशनी डालना चाहता था जिसका मैं धुर समर्थक हूं और मैने सम्मानजनक तरीके से ऐसा किया। मैंने जूतों पर जो लिखा, उसके बारे में मैं लंबे समय से सोचता आया हूं। मैंने मजहब को इससे परे रखा। मैं मानवता के मसले पर बात कर रहा था।’’

काली पट्टी बांधने पर भी पड़ी थी फटकार

ख्वाजा ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला के शुरुआती टेस्ट के दौरान गाजा में इस्राइल और फलस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष से प्रभावित होने वाले बच्चों के समर्थन में बांह पर काली पट्टी बांधी थी। इसके लिए आईसीसी ने उन्हें फटकार लगाई । पाकिस्तान में जन्में 37 साल के ख्वाजा आस्ट्रेलिया के लिये टेस्ट खेलने वाले पहले मुस्लिम क्रिकेटर हैं। रविवार को सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ‘पर्थ में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान मैदान पर काली पट्टी पहनने के लिए उस्मान ख्वाजा को आईसीसी ने फटकार लगाई थी।