लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने दिल्ली में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए ट्रायल जीतने के बाद कहा था कि वह इस प्रतियोगिता में पदक जीतने का अपना सपना पूरा करेंगे लेकिन घुटने की चोट के कारण उन्हें चैंपियनशिप से बाहर हो जाना पड़ा है।
विश्व चैंपियनशिप 2016 के रियो ओलंपिक के लिए पहला क्वालिफाइंग टूर्नामेंट है और लंदन ओलंपिक के रजत पदक विजेता सुशील कुमार के कंधे की चोट के कारण टूर्नामेंट से हट जाने से सारी भारतीय उम्मीदें योगेश्वर पर टिकीं हुई थी। लेकिन घुटने की चोट ने योगेश्वर को मंगलवार से शुरू हुई इस चैंपियनशिप से हटने के लिए मजबूर कर दिया।
योगेश्वर के 65 किग्रा वजन वर्ग से हटने का कारण उनका पूरी तरह फिट नहीं होना बताया जा रहा है। चैंपियनशिप में उन्हें डॉक्टरों ने हिस्सा लेने के लिए पूरी तरह फिट नहीं पाया है। उनके घुटने की चोट के कारण डॉक्टरों ने दो महीने के आराम की सलाह दी है और साथ ही उन्हें अपने घुटने का एक और ऑपरेशन कराने के लिए कहा है। योगेश्वर के घुटने का पहले भी दक्षिण अफ्रीका में ऑपरेशन हो चुका है।
समझा जाता है कि योगेश्वर टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए काफी उत्सुक थे लेकिन भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह, कोचों एवं अन्य अधिकारियों ने डॉक्टरों की सलाह मानने का फैसला किया है।
भारतीय दल के साथ मौजूद कोच ने बताया कि 34 वर्षीय योगेश्वर को फिलहाल टूर्नामेंट से बाहर रखने का निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि आगामी क्वालिफाइंग टूर्नामेंटों में वह हिस्सा ले सकें।
गौरतलब है कि विश्व चैंपियनशिप के क्वालिफिकेशन मैच में योगेश्वर से हारने वाले अन्य भारतीय पहलवान अमित धनकड़ ने योगेश्वर की चोट को लेकर कुश्ती संघ से शिकायत की थी।
अमित भी योगेश्वर के वर्ग के खिलाड़ी हैं और उन्होंने इस चैंपियनशिप के लिए टीम चुने जाने के दौरान अपना विरोध जताया था। हालांकि दिल्ली में हुए ट्रायल में योगेश्वर ने अमित को हराकर विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया था।
योगेश्वर को इससे पहले भी घुटने की चोट के कारण वर्ष 2009 में भी चैंपियनशिप से नाम वापस लेना पड़ा था। योगेश्वर से पहले दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार भी कंधे की चोट के कारण इस चैंपियनशिप से हट गए थे।

