स्पेन के क्लब रियल मैड्रिड ने 29 मई 2022 की अलसुबह हंगामे के बीच रिकॉर्ड 14वीं बार यूईएफए चैंपियंस लीग (UEFA Champions League) का खिताब जीता। उसने फाइनल में लिवरपूल को 1-0 से हराया। लिवरपूल (Liverpool) को चौथी बार फाइनल में हार झेलनी पड़ी है। रियल मैड्रिड (Real Madrid) ने 2018 के बाद यूईएफए चैंपियंस लीग का खिताब जीता है। उसने 2018 में भी लिवरपूल को ही हराया था। रियल मैड्रिड की 1981 के बाद से एक बार भी फाइनल नहीं हारी है। इस दौरान वह 8 बार चैंपियन बनी।
फ्रांस की राजधानी पेरिस में खेले गए मुकाबले में रियल के विनिसियस जूनियर ने मैच का एकमात्र गोल किया। हालांकि, जीत के असली हीरो रियल मैड्रिड के गोलकीपर थिबो कोर्त्वा रहे। उन्होंने नौ गोल बचाकर इतिहास रचा। चैंपियंस लीग के फाइनल में पहली बार किसी गोलकीपर ने इतने गोल बचाए हैं। कोर्त्वा ने पेरिस सेंट जर्मेन के खिलाफ प्री-क्वार्टर फाइनल आठ और मैनचेस्टर सिटी के खिलाफ सेमीफाइनल में 8-8 गोल बचाए थे।
एक ओर रियल मैड्रिड ने जहां चैंपियंस लीग-ला लीगा डबल पूरा किया, वहीं, इस फुटबॉल क्लब के मैनेजर कार्लो एंजोलोटी ने भी इतिहास रचा। वह सबसे ज्यादा बार चैंपियंस लीग जीतने वाले मैनेजर बन गए। उन्होंने एसी मिलान के साथ 2002-03 और 2006-07 में खिताब जीता था। उसके बाद रियल मैड्रिड के साथ 2013-14 और 2021-22 की विजेता ट्रॉफी अपने नाम की।
मैच के 59वें मिनट में रियल मैड्रिड युवा खिलाड़ी विनिसियस जूनियर ने फुटबॉल मैच का पहला गोल किया। दानी कार्वाहल के पास को फेड्रिको वेलवर्दे ने विनिसियस की ओर बढ़ाया। विनिसियस ने बिना कोई गलती किए हुए गोल दाग दिया।
भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग
इससे पहले भीड़ के उपद्रव के कारण मुकाबला 37 मिनट देर से शुरू हुआ। यूईएफए ने बिना वैध टिकट के स्टेडियम में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे लोगों पर अराजकता का आरोप लगाया। दरअसल, स्टेडियम के बाहर हजारों की संख्या में फैंस फंसे हुए थे। कुछ प्रशंसक अंदर जाने के लिए स्टेडियम के चारों ओर लगी बाड़ पर चढ़ गए। प्रशंसकों की भीड़ को स्टेडियम में घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने डंडा लेकर गेट तक दौड़ाया।
पहले भी यूईएफए की हो चुकी है किरकिरी
यूईएफए ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, सुरक्षा कारणों से मैच में देरी होगी। हालांकि, यह पहला अवसर नहीं है जब किसी बड़े टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में यूईएफए की किरकिरी हुई। पिछले साल यूरो कप के फाइनल में सैंकड़ों प्रशंसक बिना टिकट के ही वेम्बले स्टेडियम में प्रवेश कर गए थे। तब कथित रूप से इंग्लैंड के डिफेंडर हैरी मैग्वायर के पिता को भीड़ में चोट लगी थी। उनकी पसलियां भी टूट गईं थीं।