भारतीय टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा ने राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय पर सनसनीखेज आरोप लगाए थे। इसी को लेकर अब टीटीएफआई (TTFI) ने भारतीय खिलाड़ी से पूछा है कि पिछले पांच महीनों से उन्होंने इस पर कोई आवाज क्यों नहीं उठाई। वहीं मनिका ने पीटीआई से बात करते हुए इस बात का खंडन किया कि उन्होंने मार्च में ही इस बात की जानकारी फेडरेशन को दे दी थी।

मनिका की मानें तो सौम्यदीप रॉय ने उन पर मैच फिक्स करने का दबाव डाला था। मनिका का यह भी कहना है कि उनके पास अपने दावे को साबित करने के पक्के सबूत हैं। वक्त आने पर वह उन सबूतों को पेश करेंगी। मनिका ने ये आरोप भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए लगाए थे।

मनिका के इन आरोपों पर शनिवार को टीटीएफआई के सेक्रेटरी जनरल अरुण बनर्जी ने लखनऊ में आईएएनएस (IANS) से बात करते हुए कहा कि, ‘मनिका पिछले पांच महीने तक चुप क्यों थी इस बात को लेकर कि राष्ट्रीय कोच ने ओलंपिक क्वालिफायर में उनसे मैच फिक्स करने को कहा। मार्च से अब तक इतने लंबे समय तक वे चुप क्यों रहीं।

बनर्जी ने आगे कहा कि, ‘जब फेडरेशन ने उन्हें अनुशानहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा तब क्यों उन्होंने ये मुद्दा उठाया। मार्च में उन्होंने हमें इसकी जानकारी क्यों नहीं दी।’

मनिका ने रविवार को पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ मैं केवल यह कहना चाहती हूं कि टीटीएफआई के नोटिस और पत्र के लिखित उत्तर में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मैंने इस मामले के बारे में उन्हें बहुत पहले (मार्च में) सूचना दी थी।

हालांकि पीटीआई से बात करते हुए मनिका ने ये पहले भी साफ किया था कि उन्होंने 14 अगस्त को ही ईमेल करके टीटीएफआई को इसकी जानकारी दी थी। मनिका ने बताया था कि, ‘टोक्यो ओलंपिक में मेरे खाली डगआउट और कारण बताओ नोटिस का कारण है कि मैंने राष्ट्रीय कोच के मैच फिक्सिंग टैक्टिक्स की फेडरेशन को जानकारी दी थी।’

मनिका बत्रा का राष्ट्रीय कोच पर सनसनीखेज आरोप, कहा- वक्त आने पर दूंगी सबूत

उन्होंने ये भी बताया कि,’दुर्भाग्यवश जब इसके बाद मैंने 14 अगस्त 2021 को दोबारा ईमेल करके ये जानकारी दी। तब टीटीएफआई ने बिना किसी प्राथमिक जांच या छानबीन के मैटर को रिफ्यूज कर दिया था।’

इस मामले पर आईएनएस से बात करते हुए अरुण बनर्जी ने ये भी कहा कि,’हम हमेशा अपने खिलाड़ियों के हित का ख्याल रखते हैं। जब मनिका ने पर्सनल कोच सनमय परांजपे की मांग की तो हमने इसकी अनुमति दे दी। लेकिन नियमों के कारण उनको एक्रिडेशन नहीं मिल पाया।’

बनर्जी ने आगे बताया कि,’टोक्यो ओलंपिक में अपने ओपनिंग मैच से पहले मनिका ने पर्सनल कोच को लेकर प्रेशर बनाना शुरू कर दिया। लेकिन गेम ऑर्गनाइजर ने पहले ही अपने नियमों में इसकी अनुमति नहीं दी थी तो हम कैसे ये कर सकते थे। जिसके बाद मनिका ने नेशनल कोच की मदद लेने से इंकार कर दिया। जिसका गलत मैसेज गया। जिसके कारण टोक्यो से लौटने पर हमने कारण बताओ नोटिस जारी किया जिसके जवाब में उन्होंने ये आरोप लगा दिए।’

टीटीएफआई के सेक्रेटरी जनरल ने बात खत्म करते हुए ये भी बताया कि नेशनल कोच सौम्यदीप रॉय से इन आरोपों पर जवाब मांगा गया है। जिसका जवाब संभवत: वे सोमवार तक दे देंगे।