आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 का सफर अब सेमीफाइनल मुकाबले तक पहुंच गया है। इस महासमर में कुल 10 टीमों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से 4 टीमें नॉकआउट मुकाबले में फाइनल के लिए आपस में खेलेंगी। टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के साथ 9 जुलाई को पहला सेमीफाइनल मैच खेलना है। इस विश्वकप में टॉस ने काफी अहम रोल निभाया है। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो उस टीम की मौज रही है जिसने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया है। वहीं, रन चेज करने वाली टीम को ज्यादातर निराशा ही हाथ लगी है। ऐसे में इन सेमीफाइनल मुकाबलों में भी दोनों टीमों की कोशिश होगी कि वो पहले टॉस जीतें और बल्लेबाजी करने का फैसला लें।
ग्रुप स्टेज के 45 मैचों में पहले बल्लेबाजी करते हुए 27 टीमों ने मुकाबला जीता है वहीं केवल 14 बार लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम जीत दर्ज कर सकी है। 4 मैच बारिश की वजह से धुल गए थे। ये पिछले 5 विश्वकप में लक्ष्य का पीछा करते हुए जीतने का सबसे खराब रिकॉर्ड है। इस विश्वकप की शुरुआत में पहले बारिश के चलते कई मुकाबले रद्द हुए और कई मैच में बारिश ने अपना कहर दिखाया है। इसके बाद जैसे जैसे सफर आगे बढ़ता गया तो बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम को निराशा ही हाथ लगी है।
वर्ल्ड कप जैसे बड़े मुकाबलों में हर टीम की कोशिश होती है कि वह पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर बड़ा स्कोर खड़ा करे। इससे सामने वाली टीम के ऊपर एक दबाव बन जाता है। क्योंकि इतने बड़े मैच में किसी भी टीम के लिए रन चेज करना आसान नहीं रहता है। ऐसे में देखना होगा कि आखिर सेमीफाइनल मैच में चारों टीमें किस रणनीति के तहत मैदान में उतरती हैं। टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच पहला सेमीफाइनल 9 जुलाई और इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा सेमीफाइनल 11 जुलाई को खेला जाना है।