टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का ऐतिहासिक प्रदर्शन जारी है। भारतीय शटलर प्रमोद भगत ने देश के लिए जारी पैरालंपिक खेलों में चौथा गोल्ड मेडल जीता है। पैरालंपिक के इतिहास में प्रमोद भगत मेडल जीतने वाले पहले शटलर बन गए हैं। वहीं मनोज सरकार ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में जापान के फुजिहारा को मात देकर देश के लिए 17वां मेडल सुनिश्चित किया।

भारत ने जहां अब तक तीन गोल्ड सहित 17 मेडल जीत लिए हैं। प्रमोद भगत ने फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन के डैनियल बेथेल को 21-14 और 21-17 से मात दी। इसी के साथ बैडमिंटन में ये भारत को पहला मेडल मिला है। इसके बाद मनोज सरकार ने दूसरा मेडल जीता।

इसके अलावा भारतीय शटलर कृष्णा नागर ने एसएच-6 कैटेगरी के सेमीफाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के वर्ल्ड नंबर -5 क्रिस्टन कूंब्स को 21-10, 21-11 से हराया। इसके साथ ही उन्होंने बैडमिंटन में कम से कम एक और सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है।

गौरतलब है कृष्णा नागर से पहले आज सुबह प्रमोद भगत ने एसएल-3 क्लास के फाइनल में जगह बनाई थी। उनका फाइनल मुकाबला अभी जारी। प्रमोद ने सेमीफाइनल में जापान के फुजिहारा डाइसुके को 21-11, 21-16 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। वहीं नोएडा के डीएम सुहास एल यथिराज ने इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को 21-9, 21-15 से हराया।

भारत ने अब तक इन पैरालंपिक खेलों में 4 गोल्ड, 7 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। भारत के लिए निशानेबाज अवनि लेखरा, मनीष नारवाल, शटलर प्रमोद भगत और जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल ने अब तक गोल्ड मेडल टोक्यो पैरालंपिक में जीते हैं।

फाइनल में सुहास का मुकाबला फ्रांस के लुकास मजूर से होगा। मजूर ने ग्रुप स्टेज के तीसरे मैच में सुहास यथिराज को सीधे सेटों में मात दी थी। ऐसे में डीएम सुहास के लिए गोल्ड की चुनौती आसान नहीं होगी।

बैडमिंटन में भारत को दो मेडल मिल चुके हैं और डीएम सुहास व कृष्णा नागर का भी कम से कम सिल्वर मेडल पक्का है। तो भारत को बैडमिंटन में पांचवां मेडल भी मिल सकता है। प्रमोद भगत और उनकी पार्टनर पलक कोहली ने मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।

यानी अभी भारत के पास बैडमिंटन में तीन और पदक जीतने का मौका है। आपको बता दें पहली बार पैरालंपिक खेलों में बैडमिंटन को शामिल किया गया है। ऐसे में पहली बार में ही भारतीय शटलर का ये प्रदर्शन ऐतिहासिक है।