Tokyo Olympics 2020 day 10 Updates: टोक्यो ओलंपिक में 10वां दिन भारत के लिए शानदार रहा। भारत को आज शटलर पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक का दूसरा मेडल दिलाया। वैसे तो हालांकि भारत के तीन मेडल पक्के हो चुके हैं। मुक्केबाज लवलीना ने सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत का एक मेडल पहले ही पक्का कर दिया था।
रविवार को भारत की खराब शुरुआत हुई। इसके बाद भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में सिंधु ने चीन की ही बिंगजियाओ को 21-13, 21-15 से सीधे सेटों में मात दी। इसी के साथ टोक्यो ओलंपिक में भारत का ये दूसरा विजयी मेडल है और तीसरा पदक है जो पक्का हुआ है।
दूसरी तरफ भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए ब्रिटेन को क्वार्टरफाइनल में 3-1 से हराकर 49 साल बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई।
भारतीय बॉक्सर सतीश कुमार हैवीवेट में वर्ल्ड नंबर वन जलोलोव बखोदिरि से हारकर पदक की दौड़ से बाहर हो गए। उज्बेकिस्तान के जलोलोव बखोदिरि को पहले राउंड में सभी पांच जजों ने 10-10 अंक दिए। पांचों जज ने दूसरे राउंड में भी पां बखोदिरि के पक्ष में सुनाया। तीसरे राउंड में भी जजों ने उनके पक्ष में ही फैसला दिया।
क्वार्टरफाइनल में ब्रिटेन को 3-1 से हराने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है। भारत का सेमीफाइनल में बेल्जियम से होगा मुकाबला। ये मुकाबला भारतीय समयानुसार 3 अगस्त यानी मंगलवार सुबह 7 बजे से होगा।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए 49 साल बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई है। भारतीय हॉकी टीम ने इससे पहले 1972 ओलंपिक में सेमीफाइनल खेला था और 1980 में भारत ने स्वर्ण पदक भी जीता है। 1972 के बाद 2021 में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची है और पदक से बस एक जीत दूर है। भारत ने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से हराकर अंतिम-4 में अपना स्थान पक्का किया है।
मेन्स हॉकी क्वार्टरफाइनल मुकाबले के चौथे और आखिरी क्वार्टर में भारत के लिए हार्दिक सिंह ने किया तीसरा गोल। भारत इसी के साथ 3-1 की बढ़त से आगे है। भारत के लिए हार्दिक के अलावा दिलप्रीत और गुरजंत ने भी एक-एक गोल किया।
मेन्स हॉकी क्वार्टरफाइनल मुकाबले का आखिरी और चौथा क्वार्टर जारी है। बस आखिरी 6 मिनट का खेल बाकी है। तीसरे क्वार्टर के बाद तक भारत ने ब्रिटेन पर 2-1 की बढ़त बना रखी थी। तीसरे क्वार्टर के आखिरी क्षणों में ब्रिटेन ने एक गोल किया था। भारत के लिए लिए गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल दागा है।
मेन्स हॉकी क्वार्टरफाइनल मुकाबले का चौथा क्वार्टर शुरू हो चुका है। तीसरे क्वार्टर के बाद तक भारत ने ब्रिटेन पर 2-1 की बढ़त बना रखी थी। तीसरे क्वार्टर के आखिरी क्षणों में ब्रिटेन ने एक गोल किया था। भारत के लिए लिए गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल दागा है।
मेन्स हॉकी क्वार्टरफाइनल मुकाबले का तीसरा क्वार्टर खत्म हो चुका है। तीसरे क्वार्टर के बाद तक भारत ने ब्रिटेन पर 2-1 की बढ़त बना रखी है। तीसरे क्वार्टर के आखिरी क्षणों में ब्रिटेन ने एक गोल किया था। भारत के लिए लिए गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल दागा है।
क्वार्टरफाइनल मुकाबले में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार शुरुआत की है। हाफ टाइम तक भारतीय टीम ने ब्रिटेन पर 2-0 की बढ़त बना ली है। भारत के लिए लिए गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल दागा है। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत हो चुकी है। तीसरे क्वार्टर में सिमरनजीत और मनप्रीत सिंह ने किया शानदार डिफेंस।
क्वार्टरफाइनल मुकाबले में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार शुरुआत की है। हाफ टाइम तक भारतीय टीम ने ब्रिटेन पर 2-0 की बढ़त बना ली है। भारत के लिए लिए गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल दागा है। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत हो चुकी है।
क्वार्टरफाइनल मुकाबले में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार शुरुआत की है। हाफ टाइम तक भारतीय टीम ने ब्रिटेन पर 2-0 की बढ़त बना ली है। भारत के लिए लिए गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल दागा है।
क्वार्टरफाइनल मुकाबले में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार शुरुआत की है। पहले क्वार्टर तक भारतीय टीम ने ब्रिटेन पर 2-0 की बढ़त बना ली है। भारत के लिए लिए गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल दागा है।
सिंधु ने शानदार खेल दिखाते हुए लगातार अपना दूसरा ओलंपिक मेडल जीता है। ऐसा करने वाली वे पहली भारतीय महिला बन गईं हैं। इससे पहले एकल स्पर्धा में भारत के लिए सिर्फ रेसलर सुशील कुमार ने 2008 में कांस्य और 2012 में रजत पदक जीतकर लगातार दो मेडल अपने नाम किए थे।
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सिंधु ने शानदार खेल दिखाते हुए लगातार अपना दूसरा ओलंपिक मेडल जीता है। ऐसा करने वाली वे पहली भारतीय महिला बन गईं हैं। इससे पहले एकल स्पर्धा में भारत के लिए सिर्फ रेसलर सुशील कुमार ने 2008 में कांस्य और 2012 में रजत पदक जीतकर लगातार दो मेडल अपने नाम किए थे।
भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। शनिवार को सेमीफाइनल में विश्व नंबर एक ताइ जू यिंग से हारने के बाद रविवार को सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में चीन की ही बिंगजियाओ को 21-13, 21-15 से सीधे सेटों में मात दी। इसी के साथ टोक्यो ओलंपिक में भारत का ये दूसरा विजयी मेडल है और तीसरा पदक है जो पक्का हुआ है।
पीवी सिंधु और चीन की ही बिंगजियाओ के बीच खेले जा रहे महिला बैडमिंटन सिंगल्स के ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारतीय शटलर ने 19-15 से बढ़त बना रखी है। पहला सेट 21-13 से जीतने के बाद अगर सिंधु ये सेट जीत लेती हैं तो वे भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीत लेंगी।
पहला सेट जीतने के बाद भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने दूसरे सेट में भी शानदार शुरुआत की है। पीवी सिंधु ने 4-1 से शानदार बढ़त बना ली है। अगर सिंधु ये सेट जीत जाती हैं तो भारत के नाम ब्रॉन्ज मेडल होगा।
पहला सेट जीतने के बाद भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने दूसरे सेट में भी शानदार शुरुआत की है। ताजा स्कोर तक सिंधु ने 3-1 से बढ़त बना ली है। अगर सिंधु ये सेट जीत जाती हैं तो भारत के नाम ब्रॉन्ज मेडल होगा।
बैंडमिंटन महिला सिंगल्स ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने चीन की ही बिंगजियाओ के खिलाफ पहला सेट 21-13 से जीत लिया है। सिंधु की सेमीफाइनल में हार के बाद नजरें हैं ब्रॉन्ज मेडल पर। अगर सिंधु दूसरा सेट भी जीत लेती हैं तो ब्रॉन्ज मेडल भारत के नाम होगा।
बैंडमिंटन महिला सिंगल्स ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने पहले राउंड में चीनी शटलर ही बिंगिजियाओ के ऊपर 19-12 की शानदार बढ़त बना ली है। सिंधु ने आक्रामक खेल बनाते हुए चीनी शटलर को दबाव में रखा हुआ है।
भारतीय शटलर पीवी सिंधु और चीन की ही बिंगजियाओ के बीच ब्रॉन्ज मेडल मैच जारी है। दोनों शटलर के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। ताजा स्कोर के अनुसार सिंधु 11-8 से आगे।
भारतीय शटलर पीवी सिंधु और चीन की ही बिंगजियाओ के बीच ब्रॉन्ज मेडल मैच हुआ शुरू। सिंधु ने बिंगजियाओ पर पहले राउंड में 8-7 से बनाई बढ़त।
महिला बैडमिंटन एकल स्पर्धा के सेमीफाइनल में हारने के बाद भारतीय शटलर पीवी सिंधु का ब्रॉन्ज मेडल मैच चीन की ही बिंगजियाओ के साथ शुरू होने वाला है। पीवी सिंधु और चीनी शटलर ही बिंग जियाओ के बीच इससे पहले 15 मुकाबले हुए हैं। जिनमें से 9 मुकाबले चीनी शटलर ने अपने नाम किए हैं, जबकि सिंधु 6 मैच ही जीत सकी हैं। ऐसे में ब्रॉन्ज मेडल मैच के दौरान ही बिंग जियाओ का पलड़ा पीवी सिंधु के ऊपर भारी है।
1948 के फाइनल में भारत ने ब्रिटेन को हराकर स्वतंत्र भारत का अपना पहला हॉकी का गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा 1952 और 1960 के नॉकआउट राउंड में भी भारत को जीत मिली थी। भारतीय टीम मौजूदा रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है और ब्रिटेन छठे स्थान पर। ऐसे में भारतीय पुरुषों का पलड़ा भारी नजर आ रहा है।
टोक्यो ओलंपिक में मेन्स टेनिस सिंगल्स स्पर्धा का स्वर्ण जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने अपने नाम कर लिया है। सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 जोकोविच को हराने वाले ज्वेरेव ने आरओसी के करेन खाचानोव को 6-3, 6-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
आज शाम 5:30 बजे भारतीय पुरुष हॉकी टीम का ब्रिटेन के साथ होगा क्वार्टरफाइनल मुकाबला। भारतीय टीम आज 41 साल के बाद हॉकी प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश करने के इरादे से उतरेगी। अगर टीम इंडिया ये मैच जीत जाती है तो उसका मुकाबला बेल्जियम और स्पेन के बीच खेले जाने वाले तीसरे क्वार्टरफाइनल के विजेता से होगा।
पीवी सिंधु और चीनी शटलर ही बिंग जियाओ के बीच इससे पहले 15 मुकाबले हुए हैं। जिनमें से 9 मुकाबले चीनी शटलर ने अपने नाम किए हैं, जबकि सिंधु 6 मैच ही जीत सकी हैं। ऐसे में ब्रॉन्ज मेडल मैच के दौरान ही बिंग जियाओ का पलड़ा पीवी सिंधु के ऊपर भारी है।
पीवी सिंधु सेमीफाइनल मुकाबले में हारने के बाद आज चीन की ही बिंग जियाओ (HE BingJiao) के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलेंगी। ये मैच आज शाम 5 बजे खेला जाएगा। अगर सिंधु आज मैच जीत जाती हैं तो रियो ओलंपिक में सिल्वर के बाद ये उनका लगातार दूसरा ओलंपिक मेडल होगा।
ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी की पुरुष हॉकी टीमों ने अपना-अपना क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। आज भारतीय पुरुष हॉकी टीम का ब्रिटेन से क्वार्टरफाइनल मुकाबला है और अगर आज भारत जीत जाता है तो सेमीफाइनल में भारत के सामने होगी बेल्जियम या स्पेन की चुनौती।
सोमवार यानी 2 अगस्त 2021 को रानी रामपाल की अगुआई वाली भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए बड़ा दिन है क्योंकि क्वार्टर फाइनल में भारतीय टीम अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष से भिड़ेगी। भारतीय महिला हॉकी टीम की टोक्यो ओलंपिक में शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, लेकिन वुमन इन ब्ल्यू अपनी रौ में लौट आई है। यह बात उन्हें मैच के दौरान प्रेरित करेगी।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व कप्तान वीरेन रसकिन्हा ने ब्रिटेन के खिलाफ मैच से पहले अपनी टीम को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 41 साल में भारतीय हॉकी के सबसे महत्वपूर्ण मैच के लिए बहुत नर्वस और उत्साहित हूं। 1980 के बाद से एक बार भी भारत ओलंपिक सेमीफाइनल में नहीं पहुंचा। आज रात यह आंकड़ा बदलने का सबसे अच्छा समय है। देशवासियों को हमारी हॉकी टीम को खेलते देखते और समर्थन करते हुए देखना अच्छा लगेगा। जो भी तुम्हारे पास है वह अपना सब कुछ दे दो लड़कों!
क्या आपको लगता है कि चीनी ताइपे की ताई के खिलाफ हार के बाद पीवी सिंधु कांस्य पदक मैच के लिए प्रेरित होंगी? साथ ही, क्या मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ग्रेट ब्रिटेन पर जीत के साथ सेमीफाइनल में जगह बना सकती है? इस रविवार की शाम का इंतजार करने के लिए बहुत कुछ है।
टोक्यो 2020 में भारत लाइव, दिन 10: पुरुष हॉकी टीम भी आज शाम एक्शन में होगी। क्वार्टर फाइनल में उनका सामना शक्तिशाली ग्रेट ब्रिटेन से होगा। उन्होंने अर्जेंटीना को हराया है। इससे उन्हें आत्मविश्वास मिलेगा।
पुरुष लॉन्ग जम्प में भारत को हाथ निराशा हाथ लगी है। मुरली श्रीशंकर शनिवार को ग्रुप स्टेज में 13वें और ओवरऑल 25वें नंबर पर रहे। टॉप-12 जम्पर फाइनल्स में पहुंचते हैं। मुरली ने 7.69 मीटर की जम्प की थी।
पुरुष हॉकी में रियो ओलिंपिक की चैंपियन अर्जेंटीना की टीम पदक की दौड़ से बाहर हो गई है। जर्मनी ने क्वार्टर फाइनल में उसे 3-1 से हरा दिया। दूसरे क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पेनल्टी शूटआउट में नीदरलैंड को हरा सेमीफाइनल में जगह पक्की की। गोल्फ में आखिरी राउंड में भारत के अर्निबान लाहिड़ी 28वें स्थान पर हैं, जबकि उदयान 56वें स्थान पर फिसल गए। भारतीय घुड़सवार फवाद अहमद ने तकनीकी वजह से थोड़ी देरी से शुरुआत की। उन्हें क्रॉस कंट्री में पेनल्टी मिली। वह 13वें स्थान पर हैं।
बॉक्सिंग रिंग में दिल टूटने के बाद अब भारतीयों का फोकस पीवी सिंधु और उनके ब्रॉन्ज मेडल मैच पर होगा। शनिवार को चीनी ताइपे की ताई के खिलाफ हार के बाद पीवी सिंधु पर दबाव होगा। ऐसे में जब वह रविवार शाम कोर्ट में उतरेंगी तो उन्हें इन सब से पार पाना होगा।
एक दिन पहले चोटिल होने वाले सतीश कुमार ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उतरकर बहादुरी का परिचय दिया। हालांकि, उनका विरोधी बहुत अच्छा था। सेना के जवान ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। बाउट के अंत में वह फिर चोटिल हो गए, खून बह रहा था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
बॉक्सर सतीश कुमार क्वार्टर फाइनल में जजों को सर्वसम्मत निर्णय (0-5) से मौजूदा विश्व चैंपियन बखोदिर जलोलोव से हार गए। सतीश कुमार यदि यह मैच जीत जाते तो भारत का पदक पक्का हो जाता।
बॉक्सर सतीश कुमार अपने पिछले मुकाबले में चोटिल हो गए थे। पहले ऐसी भी खबरें आ रही थीं कि उन्हें क्वार्टर फाइनल के लिए रिंग में उतरने की मंजूरी नहीं मिलेगी, लेकिन बाद में वह उतरे।