भारतीय एथलीट्स ओलंपिक के लिए अपना सबकुछ न्योछावर करने को तैयार हैं। 23 जुलाई से 8 अगस्त तक जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा। भारत की स्टार शूटर मनु भाकर भी उसमें हिस्सा लेंगी। इस निशानेबाज ने खेलों के खत्म होने तक सोशल मीडिया से दूरी बनाने का फैसला किया है। दूसरी ओर, 36 साल की अनुभवी चक्काफेंक खिलाड़ी सीमा पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। जब उन्होंने राष्ट्रीय अंतर राज्य एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 63.70 मीटर का थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक जीता ।
19 साल की मनु भाकर ओलंपिक जाने वाली भारतीय टीम के अन्य सदस्यों के साथ अभी क्रोएशिया में अभ्यास कर रही हैं। भारतीय टीम यहां आईएसएसएफ विश्व कप में हिस्सा ले रही है। टीम मे शामिल निशानेबाज यही से ओलंपिक में भाग लेने के लिए टोक्यो रवाना होंगे। भाकर ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘मैं टोक्यो ओलंपिक की तैयारी के अंतिम चरण में प्रवेश कर रही हूं, ऐसे में अब ओलंपिक संपन्न होने तक सोशल मीडिया से दूर रहूंगी। देश को गौरवान्वित करने के लिए मुझे आपके प्यार, आशीर्वाद और समर्थन की जरूरत होगी। आप सभी से जल्दी ही मुलाकात होगी।’’
सीमा पूनिया ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने 63.50 मीटर का ओलंपिक क्वालीफाइंग मार्क हासिल किया। पूनिया का 2004, 2012, 2016 के बाद यह चौथा ओलंपिक है। वह इस स्पर्धा में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली दूसरी भारतीय महिला है। राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी कमलप्रीत कौर ने 66.59 मीटर का थ्रो फेंककर सोमवार को क्वालीफाई किया था। पूनिया तोक्यो ओलंपिक के व्यक्तिगत वर्ग में क्वालीफाई करने वाली भारत की 12वीं एथलीट है। वह पिछले सप्ताह बेलारूस में मिंस्क ओपन खेलने के बाद रविवार को तड़के ही यहां पहुंची थी।
पूनिया ने क्वालीफिकेशन के बाद कहा,‘‘मैं इससे बेहतर थ्रो फेंक सकती हूं लेकिन अपनी मांसपेशी की चोट को बढाना नहीं चाहती थी। मैने पिछले ढाई साल में काफी मेहनत की है और क्वालीफिकेशन की खुशी है।’’ मांसपेशी की चोट के कारण वह 2018 एशियाई खेलों के बाद तीन टूर्नामेंट ही खेल सकी। वहीं, स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास का टोक्यो ओलंपिक से बाहर रहना तय है। शनिवार को वह सौ मीटर की हीट में भाग लेते समय हैमस्ट्रिंग चोट का शिकार हो गई। इसके अलावा महिलाओं की चार गुणा सौ मीटर रिले टीम भी क्वालीफाई नहीं कर सकी जिसका वह हिस्सा है। हिमा ने 200 मीटर फाइनल के जरिए भी क्वालीफाई करने की कोशिश की लेकिन पांचवें स्थान पर ही।