चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा समेत भारत के तीन एथलीटों ने रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया जब आइएएएफ ने ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में अधिक भागीदारी के लिए क्वालीफिकेशन मानक में बदलाव किया। आइएएएफ परिषद की 26 नवंबर को हुई बैठक में 17 स्पर्धाओं में ओलंपिक क्वालीफिकेशन मानक में बदलाव किया गया ताकि अधिक खिलाड़ी क्वालीफाई कर सकें।

इससे पहले क्वालीफिकेशन मानक अप्रैल में जारी किए गए थे। गौड़ा के अलावा महिलाओं की 20 किलोमीटर पैदल चाल में सपना और पुरुषों के मैराथन में नितेंद्र सिंह रावत ने क्वालीफाई किया। संशोधित मानकों के तहत रियो ओलंपिक के लिए पुरुषों के चक्काफेंक में कटआफ मार्क 66 मीटर से घटाकर 65 मीटर कर दिया गया जिसे गौड़ा ने मई में जमैका आमंत्रण एथलेटिक्स मीट में पार किया था। मौजूदा एशियाई चैंपियन और 2014 राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता गौड़ा ने किंगस्टन में 65.14 मीटर की दूरी तय की थी।

भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के सचिव सीके वाल्सन ने गौड़ा के क्वालीफाई करने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि चूंकि जमैका में हुआ टूर्नामेंट आइएएएफ से मान्यता प्राप्त था और क्वालीफिकेशन प्रक्रिया शुरू होने के बाद हुआ था तो गौड़ा ने रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। उसने 65 मीटर का मानक पार कर लिया था।

मैराथन (10000 मीटर ) , पैदल चाल और संयुक्त स्पर्धाओं के लिए क्वालीफिकेशन अवधि एक जनवरी 2015 से 11 जुलाई 2016 है। बाकी सभी ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं के लिए यह अवधि एक मई 2015 से 11 जुलाई 2016 है। राष्ट्रीय खेल चैंपियन सपना ने एक घंटे 35 मिनट और 36 सेकंड का समय निकालकर रियो खेलों के लिए क्वालीफाई किया। यह टाइमिंग जापान के नोमी सिटी में 15 मार्च को हुई 20 किलोमीटर पैदल चाल एशियाई चैंपियनशिप की थी जिसमें वह चौथे स्थान पर रही।

पहले क्वालीफिकेशन रावत ने पिछले महीने दिल्ली हाफ मैराथन में भारतीय एलीट पुरुषों के वर्ग में खिताब जीता था। वे संशोधित मानकों के तहत क्वालीफाई करने वाले तीसरे भारतीय हैं। उन्होंने कोरिया में 11 अक्तूबर को विश्व सैन्य खेलों में दो घंटे 18 मिनट और छह सेकंड का समय निकाला था। इस वर्ग में क्वालीफिकेशन के लिए मानक दो घंटे 17 मिनट से बदलकर दो घंटे 19 मिनट कर दिए गए। अब तक भारत के 15 खिलाड़ी (आठ पुरुष और सात महिलाएं) रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं।