आॅस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज एरॉन फिंच ने यहां कहा कि कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव का सामना करते समय उनका ‘दिमाग थोड़ा भटक गया था’ और वह आउट हो गए। शनिवार को खेले गए टी20 श्रृंखला के पहले मैच में फिंच के आउट होते ही आॅस्ट्रेलिया की पारी बिखर गई और भारत ने यह मैच डकवर्थ लुईस पद्वति से नौ विकेट से जीत लिया। एक दिवसीय श्रृंखला की तरह फिंच यहां भी लय में नजर आए। उन्होंने इस मैच में 42 रन पर आउट होने से पहले पांच बार स्वीप शॉट खेला था लेकिन यादव की एक फुल लेंथ गेंद पर वह चूक गए और बोल्ड हो गए।
फिंच ने कहा, ‘‘मुझे लगा की यहां स्वीप करना एक सुरक्षित विकल्प है। इससे मैं स्ट्राइक से हट सकता था और खाली जगह में खेलकर गेंद को सीमा रेखा के पार भेज सकता था। जिस गेंद पर मैं आउट हुआ उसमें मेरा दिमाग थोड़ा भटक गया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उस गेंद पर पहले मैं स्वीप करना चाहता था लेकिन फिर गेंद को लेग में चिप करने की कोशिश में आउट हो गया। खेल में यह होता है खासकर टी20 में।’’ फिंच के आउट होते ही आॅस्ट्रेलिया का मध्यक्रम बिखर गया और बारिश से मैच में रूकावट आने के समय टीम आठ विकेट पर 118 रन बना कर संघर्ष कर रही थी।
डकवर्थ लुईस नियम के मुताबिक, भारतीय टीम को छह ओवर में 48 रन बनाने का लक्ष्य मिला था जिसे तीन गेंद शेष रहते टीम ने आसानी से हासिल कर लिया। फिंच ने कहा, “जिस गेंद पर मैं आउट हुआ, उस पर चिप करने की जगह स्वीप करना सुरक्षित विकल्प होता। इस विकेट पर उछाल का पता लगाना मुश्किल था। कुछ ज्यादा ही मुश्किल।” फिंच ने कहा कि टीम के स्थायी कप्तान स्टीव स्मिथ के कंधे में चोट के कारण श्रृंखला से बाहर होने से मैच में उनकी कमी खली। उन्होंने कहा, “यह वाकई में निराशाजनक है कि वह इस श्रृंखला में नहीं खेल पाएंगे। वह तीनों प्रारूप में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। शानदार कप्तान हैं। अगर वह टीम में होते तो अच्छा होता।’’
स्मिथ की गैर मौजूदगी में डेविड वार्नर ने टीम की कमान संभाली और फिंच ने कहा छह ओवर में 48 रन का बचाव करते समय उन्होंने अच्छी कप्तानी की। उन्होंने कहा, ‘‘डेवी (वार्नर) को यहां खेलने और आईपीएल में कप्तानी करने का काफी अनुभव है। वह विपक्षी टीम को अच्छे से जानते हैं। दबाव में भी वह शांत रहते हैं। मैं उनके नेतृत्व में खेला हूं। जहां तक मुझे याद है तीन मैच श्रीलंका में और एक मैच यहां। वह शानदार कप्तान हैं। किसी कारण से ही वह टीम के उपकप्तान हैं। उन्होंने यहां परिस्थितियों में अच्छा काम किया।’’ उन्होंने कहा कि छह ओवर में दस विकेट के साथ 48 रनों का बचाव करना मुश्किल था।

