साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैच की सीरीज के पहले वनडे में भारत को 31 रन से हार झेलनी पड़ी। दूसरा वनडे 21 जनवरी को पार्ल के बोलैंड पार्क में ही खेला जाना है। दूसरे मैच से पहले दिनेश कार्तिक ने भारत को अपनी प्लेइंग इलेवन में दो बदलाव करने की सलाह दी है। खास यह है कि कार्तिक ने ये दोनों बदलाव गेंदबाजी में करने की बात की है, जबकि पहले वनडे में भारत का मध्यक्रम भी बुरी तरह लड़खड़ा गया था।

भारत के अनुभवी विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने टीम संयोजन में प्रसिद्ध कृष्णा या मोहम्मद सिराज को शामिल करने की बात कही है। कार्तिक ने मैच के बाद क्रिकबज से बात करते हुए कहा, ‘मैं निश्चित रूप से इन खेलों (वनडे मैच) को खेलने वाले प्रसिद्ध कृष्णा या मोहम्मद सिराज में से एक को पसंद करूंगा।’

कार्तिक ने कहा, ‘भारत के लिए यह बहुत जरूरी है कि वह अपने आक्रमण में गति लाने का तरीका खोजे। वे बुमराह को आराम देना चाहते हैं या भुवी को यह टीम प्रबंधन पर निर्भर है। मुझे लगता है कि वे (प्रसिद्ध कृष्णा/मोहम्मद सिराज) पारी के बीच में बदलाव ला सकते हैं, यही वह जगह है जहां उन्हें (मौजूदा तेज गेंदबाजों को) विकेट नहीं मिलते हैं।’

वेंकटेश के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक भी ओवर नहीं फेंकने पर कार्तिक ने कहा, ‘मुझे लगता है कि केएल राहुल अपना मामला कोच के सामने पेश करेंगे कि उन्होंने अय्यर को गेंदें क्यों नहीं दी, लेकिन इसने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।’

कार्तिक ने कहा, ‘यही वह भूमिका (बैटिंग ऑलराउंडर/पार्टटाइम बॉलर) है जो वेंकटेश से करने के लिए वे चाहते हैं। नंबर छह पर बल्लेबाजी करें और थोड़ी गेंदबाजी करें। यदि आप उनके एक कौशल का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो आप ऐसे खिलाड़ी को चुनने की अहमियत को नकार रहे हैं।’

भारतीय बल्लेबाजों ने शुरुआत में सिर्फ 30 रन बनाकर एडेन मार्कराम को लगातार 6 ओवर फेंकने की अनुमति दी। दिनेश कार्तिक को लगता है कि सलामी बल्लेबाजों को उस पर शुरू से ही दबाव बनाना चाहिए था। मार्कराम ने केएल राहुल की महत्वपूर्ण विकेट झटकी। मार्कराम ने राहुल को स्टंप के पीछे क्विंटन डी कॉक के हाथों कैच कराया।

टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच पहले वनडे मैच की बात करें तो जब तक शिखर धवन और विराट कोहली क्रीज पर थे, तब तक भारत ड्राइविंग सीट पर लग रहा था। इन दोनों के आउट होने के बाद मध्यक्रम भरभरा गया और टीम इंडिया का स्कोर 138 रन पर एक विकेट की जगह 188 रन पर 6 विकेट हो गया। यानी टीम ने अगले 50 रन के भीतर 5 अहम विकेट गंवा दिए।

इससे विपरीत साउथ अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा और रॉसी वैन डेर डूसेन ने भारतीय बॉलर्स के गेंदों की जमकर बखिया उधेड़ी। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 204 रन की साझेदारी की। जसप्रीत बुमराह ने 10 ओवर में 48 रन देकर 2 विकेट लिए। वहीं, अश्विन ने 53 रन देकर एक विकेट लेने में सफल रहे। इन दोनों के अलावा कोई भी गेंदबाज सफल नहीं रहा। शार्दुल ठाकुर 7.2 और भुवनेश्वर कुमार ने 6.4 के औसत से रन लुटाए।