भारतीय टीम से बाहर चल रहे विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने आज विश्वास जताया कि भारत आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रहेगा।
सहवाग ने कहा कि हाल के परिणामों का हर चार साल में होने वाले इस टूर्नामेंट में खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि भारत सेमीफाइनल में जगह बनाएगा और इसके लिये इस पर निर्भर करेगा कि वे उस खास दिन कैसा प्रदर्शन करते हैं।’’
सहवाग से पूछा गया कि उनके हिसाब से भारत के खिलाफ किन अन्य टीमों को सेमीफाइनल में पहुंचना चाहिए। उन्होंने तुरंत जवाब दिया, ‘‘भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में पहुंचना चाहिए।’’
इस विस्फोटक सलामी बल्लेबाज ने यह मानने से इन्कार कर दिया कि विश्व कप में टीम को उसका हाल का प्रदर्शन ज्यादा प्रभावित करेगा। सहवाग ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि हाल के प्रदर्शन का टीम पर अधिक प्रभाव पड़ेगा। विश्व कप के दौरान प्रत्येक अपना शत-प्रतिशत योगदान देगा और मुझे लगता है कि हाल के परिणामों का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।’’
भारत चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया से 0-2 से हार गया था और इसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला में भी जीत दर्ज नहीं कर पाया था।
सहवाग ने विश्व कप 2003 से पहले न्यूजीलैंड में सात मैचों की श्रृंखला में भारत की 2-5 से हार का जिक्र करते हुए कहा कि टीम ने इसके बाद इस क्रिकेट महाकुंभ में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने 92.7 बिग एफएम के ‘क्रिकेट का बिग हेडक्वॉर्टर’ के विशेष कार्यक्रम की शुरुआत के अवसर पर कहा, ‘‘विश्व कप 2003 से ठीक पहले भारत का न्यूजीलैंड दौरा बेहद खराब रहा था और सभी सोच रहे थे कि हम दक्षिण अफ्रीका में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। लेकिन हम फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे।’’
सहवाग ने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘‘यदि कोई समाधान की बात है तो मेरे पास कोई नहीं है। मेरे पास मीडियाकर्मियों का भी समाधान नहीं है जो खास बातचीत के लिये मेरे पीछे दौड़ रहे हैं।’’
सहवाग से पूछा गया कि क्या 2011 विश्व कप की टीम का संतुलन बेहतर था, विशेषकर वह टूर्नामेंट भारतीय उपमहाद्वीप में खेला गया था, उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर क्योंकि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की पिचें भिन्न हैं और वे अंतर पैदा करेंगी। वनडे नियमों में बदलाव के बाद कामचलाऊ गेंदबाजों के लिये भी मुश्किल होगी। पांच क्षेत्ररक्षकों के तीस गज की रेखा के अंदर होने के कारण कामचलाऊ गेंदबाजों के लिये गेंदबाजी करना मुश्किल होगा। इसलिए यह हमारी टीम के लिये नुकसानदेह हो सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी स्थिति में टीम के 11वें खिलाड़ी का चयन करना महत्वपूर्ण हो जाता है। युवराज सिंह ने पिछले विश्व कप में पांचवें गेंदबाज के रूप में जो कुछ हमारे लिये किया वह अहम था। उम्मीद है कि इस बार स्टुअर्ट बिन्नी और रविंद्र जडेजा ऐसा करेंगे।’’
सहवाग ने कहा कि भारत यदि चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच जीतने में सफल रहता है तो इससे उस पर से दबाव कम हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप अपना पहला मैच जीत जाते हो तो फिर आप किसी तरह का दबाव महसूस नहीं करते हो। यदि आप पहले या दूसरे मैच में बड़ी टीम को हरा देते हो तो आप जानते हो कि लीग चरण के दौरान आप अन्य टीमों से भी निबट सकते हो। यदि भारत टूर्नामेंट के शुरू में पाकिस्तान को हरा देता है तो इससे खिलाड़ियों का काफी मनोबल बढ़ेगा।’’
सहवाग ने कहा कि वह पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले हमेशा कड़ी तैयारी करते थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसके बेहद महत्वपूर्ण मैच के रूप में लेता था। इसे फाइनल से पहले फाइनल मानकर चलना चाहिए।’’
सहवाग ने कहा कि विश्व कप के लिये चुने गये सभी युवा खिलाड़ी बहुत अच्छे हैं और किसी एक खिलाड़ी को तुरुप का इक्का बताना मुश्किल है। दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने इसके साथ ही कहा कि वह क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अब भी खेल रहा हूं। मैं खेलना जारी रखूंगा और अगले दो वर्षों तक इसके अलावा कुछ और के बारे में नहीं सोचूंगा।’’