भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 6 दिसंबर से 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज होने जा रहा है। इस मुकाबले से पहले दोनों टीमें जमकर अभ्यास कर रही हैं। यह सीरीज कई मायने में बेहद अहम होने वाली है। एक तरफ जहां भारत के पास सुनहरा मौका है कि वो इस सीरीज में जीत हासिल कर पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में टेस्ट मुकाबलों में मात दे सकती है तो वहीं दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया अपने पिछले टेस्ट मुकाबलों की हार के सिलसिले को तोड़ना चाहेगी। इसके अलावा यह सीरीज टेस्ट रैंकिंग में सुधार और बादशाहत के लिहाज से भी काफी अहम है। अगर ऑस्ट्रेलिया इस सीरीज को जीतता है तो उसकी रैंकिंग में काफी सुधार होगा वहीं उसकी इस जीत से भारत की बादशाहत पर भी खतरा हो सकता है।

दरअसल 26 नवंबर को इंग्लैंड की टीम ने श्रीलंका को टेस्ट सीरीज में क्लीन स्विप किया जिसके बाद आईसीसी टेस्ट रैंकिंग के समीकरणों में ऐसे बदलाव हुए जिससे भारत की चिंता बढ़ गई है। हुआ यूं कि इंग्लैंड ने इस सीरीज का आगाज 106 अंको के साथ किया था लेकिन जब इस सीरीज में उसने धमाकेदार जीत हासिल की तो उसे दो अंको का इजाफा हुआ है और वो दूसरे स्थान पर काबिज है। जबकि भारतीय टीम 116 अंकों के साथ शीर्ष पर बरकरार है वहीं साउथ अफ्रीका की टीम 106 अंक लेकर तीसरे स्थान पर है।

ये है पूरा गणित, जिसमें भारत को लग सकता है झटकाः दिसंबर माह में दो बेहद अहम सीरीज होने जा रही है। एक तरफ भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला खेला जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान-साउथ अफ्रीका के बीच 3 टेस्ट मैच खेले जाने हैं। अब अगर ऐसे में अगर टीम इंडिया चारों टेस्ट मुकाबले गंवा देता है और दूसरी तरफ साउथ अफ्रीका की टीम पाक को क्लीन स्विप कर देती है तो साउथ अफ्रीका की टीम नंबर वन पर काबिज हो जाएगी। वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम चारों मुकाबले जीत जाती है और दूसरी तरफ पाक की टीम एक मैच ड्रा करा लेती है तो ऑस्ट्रेलिया की टीम नंबर वन बन जाएगी। अगर ऐसा हुआ तो 108 प्वाइंट्स के साथ भारत इंग्लैंड के साथ तीसरी पोजिशन पर आ जाएगा।
गौरतलब है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया की टीमें 6 दिसंबर से आमने-सामने आएंगी और यह मुकाबला जनवरी तक खेला जाएगा। अब देखना होगा कि 2018 की विदाई में ये टीमें किस तरह का प्रदर्शन करती हैं।