ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टीम इंडिया ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से जीत हासिल कर इतिहास बनाया और पहली बार ये कमाल किया। इस बाबत क्रिकेट जगत की कई हस्तियों ने टीम इंडिया के इस प्रदर्शन को देखते हुए उसकी सराहना की और खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की लेकिन फिर भी टीम के कोच रवि शास्त्री को लगता है कि कुछ लोग हैं जिन्हें टीम की आलोचना करने में मजा आता है और वो हमेशा भारतीय टीम को नीचा दिखाना चाहते हैं। दरअसल ये बातें रवि शास्त्री ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान कहीं जब वो टीम के इस दौरे और वर्ल्ड कप की तैयारियों के बारे में अपना जवाब दे रहे थे।
इस टेस्ट सीरीज को 1983 के वर्ल्ड कप से बड़ी जीत मानने के सवाल का जवाब देते हुए शास्त्री ने कहा कि जिसने भी ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेला है वो यहां जीत का महत्व जानता है, उन्होंने कहा कि विश्वकप 1983 और 1985 की जीत अपनी जगह यादगार है लेकिन फिर भी मैं अपने बयान पर कायम हूं कि ये ऐतिहासिक है। वहीं, जब उनसे कहा गया कि टीम के बाहर कुछ आलोचना भी होती है तो शास्त्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर आपको हर तरह का मसाला मिल जाता है लेकिन इसका कोई मतलब नहीं होता है। इसके साथ ही शास्त्री ने कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं, जो इस टीम को हमेशा नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं और आपको चेतावनी देते रहते हैं। हालांकी सभी इतने बुरे भी नहीं हैं। इसलिए मैं हमेशा एक बात कहता हूं कि अपने काम पर ध्यान देना चाहिए।
शास्त्री ने कहा कि जब मैं अपने पहले कार्यकाल में टीम के साथ जुड़ा था, तब यह टीम टेस्ट रैंकिंग में 5वें नंबर या इसके आसपास थी। बीते तीन साल से हम नंबर 1 हैं और यह अभी आगे कुछ समय तक और ऐसा ही रहेगा। जो लोग टीम में खामियां निकालना चाहते हैं वे ऐसा करते रहें। जल्दी ही या बाद में उन्हें यह समझ में आ जाएगा कि इसका कोई मतलब नहीं है। गौरतलब हो कि टीम इंडिया को 12 जनवरी से ऑस्ट्रेलिया के साथ तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलनी है। उन्होंने कहा कि अब हमारा ध्यान सिर्फ भारत को वर्ल्ड कप जिताने की तरफ है।