भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) ने टोक्यो ओलंपिक के दौरान राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप राय की मदद लेने से इंकार करने के लिए मनिका बत्रा को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्णय किया है। मनिका के कोच सन्मय परांजपे को टोक्यो में अभ्यास सत्र में आने की अनुमति दी गई थी, लेकिन उन्हें स्टेडियम में जाने की मंजूरी नहीं मिली थी। इस संबंध में किया गया आग्रह नामंजूर कर दिया गया था।

इसके विरोध में मनिका ने एकल मैचों के दौरान टीम के कोच राय से मदद लेने से इंकार कर दिया था। उन्होंने तीसरे दौर में पहुंचकर इतिहास रचा था। टीटीएफआई के महासचिव अरुण बनर्जी ने कार्यकारी बोर्ड की बैठक के बाद पीटीआई से कहा, ‘टोक्यो के लिए रवाना होने से पहले वह अच्छी तरह से जानती थी कि उसके निजी कोच को खेल के दौरान स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं है। इसलिए उसे उस तरह से व्यवहार नहीं करना चाहिए था जैसा उसने किया।’

उन्होंने कहा, ‘हम कल उसे नोटिस जारी करेंगे। मनिका के पास जवाब देन के लिए 10 दिन का समय होगा। उसके आधार पर ही हम आगे की कार्रवाई पर निर्णय करेंगे।’

अरुण बनर्जी ने कहा, ‘कोरोना के कारण टोक्यो 2020 की आयोजन समिति ने कोचेस की संख्या पहले से ही निश्चित कर दी थी। इस बात की जानकारी हर खिलाड़ी को थी कि टोक्यो ओलंपिक में कोच की पहुंच किस हद तक होगी।’

बैठक में यह भी फैसला किया गया कि यदि खिलाड़ी फिट और उपलब्ध हैं तो उन्हें राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेना होगा। मनिका ने तीन सप्ताह के ओलंपिक शिविर के दौरान केवल तीन दिन हिस्सा लिया था, जबकि जी साथियान ने चेन्नई में अपने निजी कोच के साथ अभ्यास करने को प्राथमिकता दी थी।

टोक्यो ओलंपिक में मोनिका बत्रा को वुमन्स सिंगल्स टेबल टेनिस प्रतियोगिता के तीसरे दौर में ऑस्ट्रियाई खिलाड़ी सोफिया पोलकानोवा के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। सोफिया ने उन्हें 4-0 (11-8, 11-2, 11-5, 11-7) से शिकस्त दी थी। मनिका की हार के साथ ही टोक्यो ओलंपिक में महिला टेबल टेनिस में भारतीय चुनौती खत्म हो गई थी।