T20 World Cup 2022: ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर – नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो गया। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को 15 खिलाड़ियों के स्कवायड में जगह नहीं मिली है। उन्हें स्टैंडबाय के तौर पर रखा गया है। दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज का चयन न होने पर बहस छीड़ी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण एशिया कप में टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों का खराब प्रदर्शन है।

जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल की अनुपस्थिति में भुवनेश्वर कुमार के अलावा आवेश खान और अर्शदीप सिंह को चुना गया था। पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ 19वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए तो शमी को टी-20 वर्ल्ड कप में चुनने की मांग और तेज हो गई, लेकिन 32 साल के इस तेज गेंदबाज के टी-20 करियर पर नजर डालेंगे तो पता चलेगा कि वह इस प्रारूप में कभी अपनी जगह पक्की हीं नहीं कर पाए।

8 साल में सिर्फ 17 मैच खेलने को मिला

मोहम्मद शमी ने पहला टी-20 आई मैच साल 2014 में खेला था इसके बाद से 8 साल में उन्हें सिर्फ 17 मैच खेलने को मिले। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 18 विकेट लिए। उनका औसत 31.55 है और इकोनॉमी 9.54 है। साल 2014 में उन्होंने 4 मैच खेले और 5 विकेट लिए। साल 2016 में 2 मैच में उन्होंने 3 विकेट लिए। 2017 में 1 में खेलने को मौका मिला और कोई विकेट नहीं मिला। साल 2018 में उन्हें एक भी टी-20 खेलने को मौका नहीं मिला। साल 2019 में उन्हें 1 मैच में खेलने को मौका मिला और 1 विकेट मिला। साल 2020 में 4 मैच में 2 विकेट लिए। साल 2021 में 5 मैच में 6 विकेट लिए।

2021 टी-20 वर्ल्ड कप में मोहम्मद शमी का प्रदर्शन

पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 3.5 ओवर में बगैर किसी विकेट के 43 रन दिए थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में उन्होंने सिर्फ 1 ओवर किए और 11 रन दिए। अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में उन्होंने 32 रन देकर 3 विकेट लिए। स्कॉटलैंड के खिलाफ उन्होंने 3 ओवर में 15 रन देकर 3 विकेट लिए। नामिबिया के खिलाफ मैच में उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 39 रन दिए और कोई विकेट नहीं लिया।

टी-20 वर्ल्ड कप टीम में शामिल गेंदबाजों के प्रदर्शन पर नजर

भुवनेश्वर कुमार का टी-20 करियर 2012 में शुरू हुआ था। उन्होंने 10 साल में 77 मैच खेले हैं और 21.73 की औसत और 6.86 की इकॉनमी रेट से 84 विकेट लिए हैं। जसप्रीत बुमराह ने 2016 में पहला टी-20 मैच साल 2016 में खेला था। उन्होंने 58 मैचों में 19.46 की औसत से 69 विकेट लिए हैं और इकॉनमी रेट 6.46 का रहा है। हर्षल पटेल ने साल 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू किया था। इस दौरान उन्होंने 8.58 की इकॉनमी और 20.96 की औसत से 23 विकेट लिए। अर्शदीप सिंह ने 11 मैच में 20.14 की औसत और 7.39 की इकॉनमी से 14 विकेट लिए।